10 मई 2022
विश्व मजदूर दिवस पर विशेष दोहे-*बिषय-मजदूर**1*बनते जो मजदूर है,वे कितने मजबूर ।सबकुछ अपना छोड़ के, घर से बेहद दूर ।।*****2*मिले मजूरी जब उसे, तब रोटी बन पाय। जिस दिन&n