Rajeev Namdeo Rana lidhorI
संपादक -'आकांक्षा' हिंदी पत्रिका, संपादक-'अनुश्रुति'त्रैमासिक बुंदेली ई-पत्रिका, अध्यक्ष मप्र लेखक संघ टीकमगढ़, अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़, पूर्व महामंत्री -अखिल भारतीय बुंदेलखंड साहित्य एवं संस्कृति परिषद टीकमगढ़, एडमिन- जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़, 9पुस्तकें प्रकाशित एवं 18 का संपादन। 133- ई-बुक्स का संपादन एवं ई प्रकाशन, तीन राज्यपालों द्वारा सम्मानित एवं 160सम्मान प्राप्त। अब तक 312 कविगोष्ठियों एवं कवि सम्मेलनों का आयोजन एवं संयोजक
दस्तक (हिंदी दोहा संग्रह)
"दस्तक" राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' टीकमगढ़ (मप्र) का तीसरा दोहा संग्रह है जिसमें उनके ताज़ा तरीन हिंदी दोहे पेश है। जो कि विभिन्न विषयों पर रचे गए हैं। आपको षटरस का आनंद प्रदान करेंगे।
दस्तक (हिंदी दोहा संग्रह)
"दस्तक" राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' टीकमगढ़ (मप्र) का तीसरा दोहा संग्रह है जिसमें उनके ताज़ा तरीन हिंदी दोहे पेश है। जो कि विभिन्न विषयों पर रचे गए हैं। आपको षटरस का आनंद प्रदान करेंगे।
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता के दोहे- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ द्वारा आयोजित बुंदेली दोहा प्रतियोगिता से चुने हुए बुंदेली दोहों का संकलन
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता के दोहे- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ द्वारा आयोजित बुंदेली दोहा प्रतियोगिता से चुने हुए बुंदेली दोहों का संकलन
अनुश्रुति (बुंदेली त्रैमासिक ई-पत्रिका) जुलाई-सितंवर-2023
बुंदेली की पहली त्रैमासिक ई-पत्रिका संपादक-राजीव नामदेव "राना लिधौरी", टीकमगढ़ मोबाइल-9893820965
अनुश्रुति (बुंदेली त्रैमासिक ई-पत्रिका) जुलाई-सितंवर-2023
बुंदेली की पहली त्रैमासिक ई-पत्रिका संपादक-राजीव नामदेव "राना लिधौरी", टीकमगढ़ मोबाइल-9893820965
राना का नज़राना (ग़ज़ल संग्रह)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' की प्रेम से सराबोर समकालीन 62 हिन्दी ग़ज़लें एक बार जरूर पढ़े । झलकियां- पुस्तक से कुछ शेर - यूं ही देखते रहो प्यार हो जायेगा। नज़रों ही नज़रों में खेल हो जायेगा।। *** जब हंसी होंठो पे आई होगी। अदा वो दिल में समाई होगी।।
राना का नज़राना (ग़ज़ल संग्रह)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' की प्रेम से सराबोर समकालीन 62 हिन्दी ग़ज़लें एक बार जरूर पढ़े । झलकियां- पुस्तक से कुछ शेर - यूं ही देखते रहो प्यार हो जायेगा। नज़रों ही नज़रों में खेल हो जायेगा।। *** जब हंसी होंठो पे आई होगी। अदा वो दिल में समाई होगी।।
दिव्या (हाइकु संग्रह)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' टीकमगढ़ (मप्र) भारत के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार की तीसरा हाइकु संग्रह में पढ़िए हिन्दी के नवरचित हिन्दी हाइकु। इसके पूर्व राना लिधौरी के 1-रजनीगंधा ( हिंदी हाइकु संग्रह) सन्-2008 एवं 2 - 'नोनी लगे बुंदेली'(बुंदेली हाइकु सं
दिव्या (हाइकु संग्रह)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' टीकमगढ़ (मप्र) भारत के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार की तीसरा हाइकु संग्रह में पढ़िए हिन्दी के नवरचित हिन्दी हाइकु। इसके पूर्व राना लिधौरी के 1-रजनीगंधा ( हिंदी हाइकु संग्रह) सन्-2008 एवं 2 - 'नोनी लगे बुंदेली'(बुंदेली हाइकु सं
राना की बुंदेली चौकड़िया
हिन्दी एवं बुंदेली साहित्य के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार राजीव नामदेव "राना लिधौरी" की बुंदेली चौकड़ियां पढ़े-
राना की बुंदेली चौकड़िया
हिन्दी एवं बुंदेली साहित्य के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार राजीव नामदेव "राना लिधौरी" की बुंदेली चौकड़ियां पढ़े-
राना कवितावली
ख्यातिप्राप्त कवि लेखक व संपादक राजीव नामदेव राना लिधौरी टीकमगढ़ (मप्र) की समकालीन कविताएं पढ़िएगा। आज कै दौर व्यंग्य करती कविताएं है तो वहीं प्रेम से सराबोर श्रृंगार की रचनाएं भी पढ़ने को मिलेंगी। कुल मिलाकर सभी रसों का स्वाद पाठकों को जरूर मिलेगा।
राना कवितावली
ख्यातिप्राप्त कवि लेखक व संपादक राजीव नामदेव राना लिधौरी टीकमगढ़ (मप्र) की समकालीन कविताएं पढ़िएगा। आज कै दौर व्यंग्य करती कविताएं है तो वहीं प्रेम से सराबोर श्रृंगार की रचनाएं भी पढ़ने को मिलेंगी। कुल मिलाकर सभी रसों का स्वाद पाठकों को जरूर मिलेगा।