Assistant professor, quote creater
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इस होली हमें अपने स्नेह के रंगो से,रिश्तों को पिरोकर उन सभी द्वेष , अहंकार को जलाकरप्रेम, सहायता और सदाचार का रंग लगाना है ।हैप्पी होली
खो तो हर कोई रहा है एक दूसरे की उम्मीदों को ।फ़र्क इतना सा है कि एक की कीमत मित्रता थी दूसरे की जिन्दगी ।
परीक्षा अब काबिलियत मापने का हिस्सा भर नहीं रहा ,इससे मापे जाते है अथक संघर्ष और उम्मीदों के अटूट विश्वास ।
सबको खुश रखने की चाहत ने हमें ,खुद के खुशियों का भी किरायेदार बना दिया ।