shabd-logo

इस संसार का सबसे बड़ा अपराध है - कमजोर रहना. सर्वोतकृष्टता (Best) के अलावा और कोई भी विकल्प स्वीकार्य नहीं होना चाहिए.....

15 जनवरी 2016

387 बार देखा गया 387
------------------------------
मित्रों जिंदगी में :-
"काम ऐसा करो की नाम हो जाये .. 
और 
नाम ऐसा करो, कि नाम लेते ही काम हो जाये."
मित्रों दुनिया हर चीज का मतलब अलग अलग तरीके से लेती है,इसे समझते हैं :- 
अगर कोई व्यक्ति दिन रात मेहनत करता है तो लोग कहते हैं पैसों के लिए मरा जा रहा है.
पैसा खर्च करे तो फिजूलखर्च कहा जाता है.
पैसा खर्च न करो तो - बड़ा कंजूस मक्खीचूस है. 
आप के पास पैसा हो तो कहेंगे दो नम्बर का होगा.
अगर पैसा कम है तो कहेंगे - सूझबूझ होती तो यह हालत न होती. 
जिंदगी भर मेहनत से जमा किये गए पैसे के बारे में कहा जाता है - बेवक़ूफ़ है पैसे का सुख नहीं भोग तो कमाया क्योँ था.
सार : मित्रों इन ऊपर वाली बातों को Negative लेने की जरुरत नहीं है, इसे हम विचारों की भिन्नता कहते है, हमें अपने ऊपर Confidence रखते हुए आगे बढ़ना है, बिना किसी की बातों का बुरा मानते हुए.
"खुदी को कर बुलंद इतना,
कि हर तक़दीर से पहले खुदा बन्दे से ये पूछे, 
बता तेरी रज़ा क्या है."
अपने अंदर Confidence (आत्मविश्वास) कब और कैसे आता है, उसको लाने का सिर्फ और सिर्फ एक ही तरीका है:-
करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान. 
मतलब, बार-बार एक ही काम को कर, उसमें निपुण होने का प्रयास ही अभ्यास है (Practice Makes Man Perfect) और फिर उसी से confidence आता है .
कुछ example लेते है :-
1) हमारी माताओं के लिए रोटी बनाना कोई मुश्किल काम नहीं, पर हमारे लिए...... 
2) हमारे लिए स्कूटर, मोटरसाइकिल चलना बहुत आसान है, पर जिसको नहीं आती, उनके लिए .....
3) तेंदुलकर के लिए बैटिंग कोई मुश्किल नहीं पर, पर हमारे लिए .....
4) अमिताभ बच्चन जी के लिए अभिनय कोई मुश्किल नहीं, पर हमारे लिए......
5) नेताओं के लिए stage पर भाषण देना कोई मुश्किल नहीं, पर हमारे लिए......
6) TV न्यूज़ रीडर्स को न्यूज़ पढ़ने में कोई Problem नहीं होती, पर हमारे लिए ..... 
7) पाइलट के लिए हवाई जहाज चलाना कोई मुश्किल नहीं, पर हमारे लिए .....
8) टीचर के लिए क्लास में पढाना कोई मुश्किल नहीं, पर हमारे लिए ..... 
9) TV सीरियल में कलाकारों के लिए एक्टिंग करना बहुत आसान है, पर हमारे लिए .....
10) इसी तरह के लाखों example हैं ......
मित्रों हमें इन सबके पीछे का सबसे पहले मतलब समझना पड़ेगा.
Confidence (आत्मविश्वास) को हमें 3 step में समझना होगा :-
A) सबसे पहले जो भी कुछ जिंदगी में करना है, हमें उसके प्रति Positive नजरिया (Attitude) रखना होगा. 
B) फिर उसके बाद लगातार अभ्यास (Practice) करना होगा. 
C) पर Practice करनी है अनुशासन (Discipline) के साथ.
Confidence = A + B + C 
आत्मविश्वास = नजरिया + अभ्यास + अनुशासन
मित्रों मान कर चलिए इन तीनों में से एक भी चीज अगर नहीं हुई तो आपके अंदर Confidence नहीं आएगा.
चलिए देखते है :-
ऊपर वाले 10 Examples में से अगर Attitude और Discipline हटा दो तो क्या होगा :-
1) रोटियां अच्छी नहीं बनेंगी.
2) हमें स्कूटर, मोटरसाइकिल चलाना नहीं आएगा.
3) तेंदुलकर अच्छी बैटिंग नहीं कर पायेगा.
4) अमिताभ जी अच्छी एक्टिंग नहीं कर पाएंगे.
5) नेता स्टेज पर अच्छा भाषण नहीं दे पाएंगे.
6) TV न्यूज़ रीडर्स अच्छी तरह न्यूज़ नहीं पढ़ पाएंगे.
7) पाइलट अच्छी तरह हवाई जहाज नहीं चला पाएंगे.
8) टीचर क्लास में अच्छा नहीं पढ़ा पाएंगे.
9) TV सीरियल कलाकार अच्छी एक्टिंग नहीं कर पाएंगे.
मित्रों हमें छोटे से छोटे काम करने के लिए अपने इस फॉर्मूले को use करना हैं, तभी Confidence आएगा :-
Confidence = Attitude + Practice + Discipline
JRD TATA जी ने कहा था :-
"हमें हमेशा उत्कृष्टता (Better) और उसी प्रकार परिपूर्णता (Completeness) के लिए प्रयास करना चाहिए, चाहे काम कितना ही छोटा क्योँ न हो. सर्वोतकृष्टता (Best) के अलावा और कोई भी विकल्प स्वीकार्य नहीं होना चाहिए."
मित्रों चाहे अपने जूते पोलिश करनी हो पर JRD TATA वाला वाक्य ध्यान में रहे क्योँकि "जब हम छोटे छोटे काम Perfection के साथ करेंगे तो एक दिन बड़ा काम भी Perfection और Confidence के साथ कर जायेंगे, इसमें कोई शक नहीं."
मित्रों रोज़ अपने को थोड़ा थोड़ा निखारते जाएँ जिससे हमारा Confidence समुन्दर बन जाएँ और फिर एक दिन दुनिया कहे :-
दरिया ही गिरा करते हैं समंदर में,
समंदर जाके किसी दरिया में नहीं गिरता.

हर्षित गुप्ता की अन्य किताबें

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए