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Lavi के बारे में

I am student AllONE....🖤 ᵇᵉ ᵃˡˡᵒⁿᵉ ⁱᵗ'ˢ ᵖᵉᵃᶜᵉᶠᵘˡ....❤️ ➜𝗭𝗶𝗻𝗱𝗮𝗴𝗶.. 𝗦𝗵𝗶𝘃..🌙 🤍..मोहब्बत.. महादेव..🤍 🖤..𝗝𝗮𝗶 𝘀𝗵𝗿𝗲𝗲 𝗠𝗮𝗵𝗮𝗸𝗮𝗹..🖤 पढ़ना लिखना दोनो ही हमारी जिंदगी है!❤️ लेखन...🖋️📖 लिखना सौख है बस... लिखने से एक सुकून मिलता है.. ..अल्फ़ाज़ कुछ अनकहे से.. ... हमारे कुछ लफ्जों से न करना हमारे किरदार का फ़ैसला... हमको पढ़ना जीतना ही आसान है..समझना उतना ही मुश्किल..📝 हमको पढ़ने की कोशिश बिल्कुल भी मत करना.. वरना उलझ कर रह जायोगे पर पढ़ ना पयोगे...🔻 हां पढ़ना ही हो तो हमारी शायरी को पढ़ लेना.. लफ्ज़ बेमिसाल ना सही... पर जज़्बात लाजवाब जरूर मिलेंगे..♦️ अल्फाज़ हमारे... एहसास आपके 💫 जस्बात मन के...🍁 शब्दों को लिखती हूं दिल के कलम से✍🏻....🌹🌹

Other Language Profiles

पुरस्कार और सम्मान

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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-08-10
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-04-14
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-12-29
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-12-14

Lavi की पुस्तकें

वादों की डोर (अटूट बंधन)

वादों की डोर (अटूट बंधन)

वादों से जुड़ा रिश्ता.... एक अटूट बंधन!

20 पाठक
57 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 113/-

वादों की डोर (अटूट बंधन)

वादों की डोर (अटूट बंधन)

वादों से जुड़ा रिश्ता.... एक अटूट बंधन!

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सफ़र जिंदगी का...

सफ़र जिंदगी का...

🥀🥀🥀🥀अदादत बदल सी गई है.................अब वक्त के साथ अब हिम्मत नहीं होती..................किसी को अपना बनाने की........................!!!!🥀💔🥺 🍁🍁🍁🍁🍁🍁 🌹चलती जिंदगी में ठहरे हुए से हे हम 🌿यूं तो लोगों का मेला है 🌹पर तन्हा है हम 🌿यूं ना पूछो कितनो को

19 पाठक
31 रचनाएँ
2 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 46/-

सफ़र जिंदगी का...

सफ़र जिंदगी का...

🥀🥀🥀🥀अदादत बदल सी गई है.................अब वक्त के साथ अब हिम्मत नहीं होती..................किसी को अपना बनाने की........................!!!!🥀💔🥺 🍁🍁🍁🍁🍁🍁 🌹चलती जिंदगी में ठहरे हुए से हे हम 🌿यूं तो लोगों का मेला है 🌹पर तन्हा है हम 🌿यूं ना पूछो कितनो को

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खूबसूरत एहसास...🌹🌹

खूबसूरत एहसास...🌹🌹

कुछ अनकहे से एहसास.. दिल से दिल तक ❤️

15 पाठक
42 रचनाएँ
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₹ 41/-

खूबसूरत एहसास...🌹🌹

खूबसूरत एहसास...🌹🌹

कुछ अनकहे से एहसास.. दिल से दिल तक ❤️

15 पाठक
42 रचनाएँ
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लफ्जों के पंख...🕊️

लफ्जों के पंख...🕊️

खामोशियां......अल्फाजों की दुनियां..🍁

12 पाठक
51 रचनाएँ
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₹ 53/-

लफ्जों के पंख...🕊️

लफ्जों के पंख...🕊️

खामोशियां......अल्फाजों की दुनियां..🍁

12 पाठक
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प्रयागी मुस्कान....❤️

प्रयागी मुस्कान....❤️

प्रयागी मुस्कान....❤️इक अनकही मुहब्बत.....🥀

10 पाठक
41 रचनाएँ
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प्रयागी मुस्कान....❤️

प्रयागी मुस्कान....❤️

प्रयागी मुस्कान....❤️इक अनकही मुहब्बत.....🥀

10 पाठक
41 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

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₹ 126/-

लोगो की सोच

लोगो की सोच

लोगो की सोच को बदलना होगा।

10 पाठक
3 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

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₹ 20/-

लोगो की सोच

लोगो की सोच

लोगो की सोच को बदलना होगा।

10 पाठक
3 रचनाएँ
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ख़ामोश सी जिंदगी...🖤

ख़ामोश सी जिंदगी...🖤

कुछ एहसास अनकहे से...🖤

8 पाठक
49 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 60/-

ख़ामोश सी जिंदगी...🖤

ख़ामोश सी जिंदगी...🖤

कुछ एहसास अनकहे से...🖤

8 पाठक
49 रचनाएँ
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₹ 60/-

तलाश–ए–सुकुन

तलाश–ए–सुकुन

इक तलाश सुकुन की...

7 पाठक
6 रचनाएँ

निःशुल्क

तलाश–ए–सुकुन

तलाश–ए–सुकुन

इक तलाश सुकुन की...

7 पाठक
6 रचनाएँ

निःशुल्क

शब्द अधूरे से...✍.

शब्द अधूरे से...✍.

लिखने बैठो तो शब्द अधूरे से पड़ जाते है....🥺

6 पाठक
38 रचनाएँ

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शब्द अधूरे से...✍.

शब्द अधूरे से...✍.

लिखने बैठो तो शब्द अधूरे से पड़ जाते है....🥺

6 पाठक
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Lavi के लेख

वादों की डोर... (पार्ट –57)

12 अक्टूबर 2024
0
0

अनाया कुछ नहीं बोली बस चुप चाप पलके झुकाएं खडी रही। उसकी आंखें भर आई थी । अश्विन की बातें सुन के !आगे.....................अनाया पलकें झुकाएं अपने मन में कहती है – क्यों आप क्यों ऐसे हैं ? क्यों आप हमे

वादों की डोर... (पार्ट –56)

12 अक्टूबर 2024
0
0

पर तुम टेंशन मत लो अब मैं उससे दूर रहूंगा बहुत दूर। मैं तुमको धोखा नहीं दूंगा निधि, मैं तुमको सामने से सायद कभी नहीं बता पाता बताने की कई बार कोशिश किया पर तुम्हारी खुशी देख कर नहीं बोल पाया, साय

वादों की डोर... (पार्ट –55)

12 अक्टूबर 2024
0
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जो कर देती है हर बार, बार बार हमको दीवाना.. देख कर तेरे इस मासूम से चेहरे को मैं हर बार हो जाता हूं पागल सा,,,, हार बैठता हूं हर बार, बार बार यह दिल अपना,,,,,अपनी इस चेहरे की मासूमियत थोड़ी सी कम कर द

वादों की डोर... (पार्ट –54)

12 अक्टूबर 2024
0
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नहीं ! कभी नहीं ! ये तो कभी नहीं हो सकता । मैं उस एक बच्चे की मां को अपने इस घर की बहू कभी स्वीकार नहीं करूंगी। बोल कर मांजी उठ कर जा कर बेड पर लेट गई!तभी कुछ गिरने की आवाज़ आती है..... आगे

वादों की डोर... (पार्ट –53)

12 अक्टूबर 2024
0
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उससे कहीं ज्यादा अच्छी लड़की मिलती उसको ना भी अच्छी मिलती तो भी चलता, कमसे कम एक बच्ची की मां तो ना मिलती। मै उससे समझाती उसे मनाती ताकी जो गलती उसके बाप ने की थी वो गलती वो ना करे ," मांजी गुस्से से

वादों की डोर... (पार्ट –52)

12 अक्टूबर 2024
0
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हम्म ..... बोल कर वह कॉफी का दुसरा शिप लेता है तो उसे थोड़ा अच्छा लगता है और वह एकाएक अपनी आंखे मूंद कर एक गहरी सी सांस लेते हुए अपनी आंखे खोला और कॉफी फिरसे पीने लगा!कैसी बनी है कॉफी?," निधि उसके पास

वादों की डोर....(पार्ट –51)

5 अक्टूबर 2024
0
0

पर नहीं अब तूझे तेरे गुनाहों की सजा तूझे मिल के रहेगी ... तुझे तो ऐसी सजा देंगे की तेरी सात पुस्ते याद करेगी.... वेट एंड वॉच......बोल कर वह एक दर्द भरी मुस्कान के साथ रेणुका की ओर देखती है ।&nbs

वादों की डोर....(पार्ट –50)

5 अक्टूबर 2024
0
0

अश्विन चले की यहीं बैठें रहने का इरादा है?," अश्विन कार से बाहर निकल कर उसके साइड का आकर बोला!जी.... ," अनाया हड़बड़ा कर अपनी आंखे खोल कर देखती है और जल्दी से बाहर निकल कर आगे बढ़ गई!अरे मैडम यह तो ले

वादों की डोर....(पार्ट –49)

5 अक्टूबर 2024
0
0

किस लिए?," अश्विन बिना उसकी ओर देखे बोला और गाड़ी चलाता रहा!"वो वो आपके घर मतलब आपके घर आने के लिए आप इसी बात से नाराज़ हैं ना हमसे?," अनाया उसकी ओर देख कर अटकते हुए बहुत मुश्किल से बोली!आगे..........

वादों की डोर....(पार्ट –48)

5 अक्टूबर 2024
0
0

आराधना जी, नाश्ता लगवाने लगी अधीराज जी और रीना जी तो अभी भी अश्विन की हरकतों पर मुस्कुरा रहे थे मन ही मन में!बड़े पापा आप मुस्कुरा क्यूं रहे हैं?," अनय उनके बगल में बैठते हुए बोला!"आगे….............कु

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