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1 किताब
एक नन्ही सी लड़की ने जब पुछा सुरों का पता, सरगम छम से कूदी नीचे बोली, उस गली में रहती है, सुरों की देवी लता…. जिसके सुरों में रहती है, शहद सी मिठास, जिसके गीतों को सुन, मिलता सुख का आभास,
मैंने अपनी कल्पनाओं को, उडा़न भरते देखा है, रेत के निशाँ, जो लहरों से मिट गये थे, उन कदमों को, फिर से चलते हुए देखा है, न गुज़रे पल दोबारा आते हैं और न आता है वो मंज़र, पर उन लम्हों के अक्स को
एक ऐसा वक़्त भी आएगा , जब समय खरीदा जायेगा, रिश्तों के टी-२० होंगे, पति olx पे बिक जायेगा.... आसमान को छूते बादल, जैसे रंग बिरंगे, फल सब्ज़ी के दाम भी वैसे, खूब बिक रहें टिंडे, जीवन के इस भागम-भ