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Suraj Sitapuri के बारे में

मै सूरज सीतापुरी जिला सीतापुर उत्तर प्रदेश का निवासी हूं मैं एम० ए० फाइनल का छात्र हूं साथ ही कविता कहानी लिखना व गीत गज़ल कंपोज करना मेरी हॉबी है मैं टीवी फेम कवि भी हूं मेरी कविताएं दूरदर्शन आदि चैनलों पे समय समय पर प्रसारित होती रहती हैं।

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Suraj Sitapuri की पुस्तकें

कुँवारी दुल्हन

कुँवारी दुल्हन

कहानी में भोला और गंगा के प्यार को दिखाया गया है भोला की सर्प काटने से मृत्यु हो जाती है इस तरह गंगा भोला के नाम का सिन्दूर भरके उसकी याद में दिन गुजरने लगती है

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कुँवारी दुल्हन

कुँवारी दुल्हन

कहानी में भोला और गंगा के प्यार को दिखाया गया है भोला की सर्प काटने से मृत्यु हो जाती है इस तरह गंगा भोला के नाम का सिन्दूर भरके उसकी याद में दिन गुजरने लगती है

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काव्य सरिता

काव्य सरिता

मेरी कलम से सृजित मुक्तक काव्य

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काव्य सरिता

काव्य सरिता

मेरी कलम से सृजित मुक्तक काव्य

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मेकलसुता

मेकलसुता

मेकलसूता

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मेकलसुता

मेकलसुता

मेकलसूता

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Suraj Sitapuri के लेख

प्रथम अध्याय

15 सितम्बर 2024
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तुमसे बिछडा हूँ मैं किस ओर कहाँ जाऊँगा किसके आँचल  में  उठी  पीर को छुपाऊँगा तुमने  मरहम   की   जगह  घाव  खुरेदे  मेरे दर्द इतना है  कि  बिन मौत  ही मर जाऊँगा जिस्म की  राख  हवाओं  में  बिखर जायेग

मेकलसुता

15 अगस्त 2024
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अगला पड़ाव बंजर टोला सिवनी संगम मिल जाता है।। तन्वंगी सिवनी मिलन देख ये रोम-रोम खिल जाता है।। धीरे-धीरे नौकाविहार मैं पहुँच गया वो धुवाँधार।। खुद से रस्ते है काट रही पानी में इतनी तेज धार।। ऊपर नीचे द

मेकलसुता

15 अगस्त 2024
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अमरकंटक की कहानी लिख रही है नर्मदा।। बह रहा यूँ वेग मानो शीश पर पर्वत लदा।। अंगड़ाइयाँ लेती लहर जैसे कोई नागिन चले।। गर्जना से आज अम्बर के सितारे भी हिलें।। काटती पत्थर जो गिरती भूमि पर लहरें तुम्हारी

कुँवारी दुल्हन

30 मार्च 2022
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पंचमपुर गाँव में ब्राम्हण दीनानाथ का परिवार रहता था परिवार में चार सदस्य थे पंडित जी उनकी पत्नी शान्ती बड़ा लड़का मोहन छोटा लड़का रामू पंडित जी बहुत ही सरल स्वभाव के थे वो दिन भर खेत मे कड़ी मेहनत करते थे

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