ताज मोहम्मद
एक साधारण पर महत्वाकांक्षी जिन्दगी जीने वाला इन्सान जो अपनो को बहुत प्यार करता है |
अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-1
यह किताब कोई बाजार में बेचनें के लिए नहीं लिखी गई है | किताब के जरिये मैं बस आप लोगों से जुड़ना चाहता हूँ | मेरा मानना ( यें सिर्फ मेरे विचार है, इनसे किसी को कष्ट हो तो छोटा समझ के माफ कर देंना ) है कि अल्फाजों की कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती है, ये भ
अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-1
यह किताब कोई बाजार में बेचनें के लिए नहीं लिखी गई है | किताब के जरिये मैं बस आप लोगों से जुड़ना चाहता हूँ | मेरा मानना ( यें सिर्फ मेरे विचार है, इनसे किसी को कष्ट हो तो छोटा समझ के माफ कर देंना ) है कि अल्फाजों की कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती है, ये भ
अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-2
आपकी दुवाओ से अब आगे आपकी खिदमत में कुछ गजलें पेश है।ध्यान दीजिएगा जर्रा नवाज़ी होगी।
अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-2
आपकी दुवाओ से अब आगे आपकी खिदमत में कुछ गजलें पेश है।ध्यान दीजिएगा जर्रा नवाज़ी होगी।
शेर-ए-ताज
सबसे पहले आप लोगों को तहे दिल से शुक्रिया। आपकी लोगों की दुआएं चाहिए। मेरे कुछ चुनिंदा शेर आपकी नज़र में पेश-ए-खिदमत हैं।
शेर-ए-ताज
सबसे पहले आप लोगों को तहे दिल से शुक्रिया। आपकी लोगों की दुआएं चाहिए। मेरे कुछ चुनिंदा शेर आपकी नज़र में पेश-ए-खिदमत हैं।