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ताज मोहम्मद के बारे में

एक साधारण पर महत्वाकांक्षी जिन्दगी जीने वाला इन्सान जो अपनो को बहुत प्यार करता है |

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ताज मोहम्मद की पुस्तकें

अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-1

अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-1

यह किताब कोई बाजार में बेचनें के लिए नहीं लिखी गई है | किताब के जरिये मैं बस आप लोगों से जुड़ना चाहता हूँ | मेरा मानना ( यें सिर्फ मेरे विचार है, इनसे किसी को कष्ट हो तो छोटा समझ के माफ कर देंना ) है कि अल्फाजों की कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती है, ये भ

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अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-1

अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-1

यह किताब कोई बाजार में बेचनें के लिए नहीं लिखी गई है | किताब के जरिये मैं बस आप लोगों से जुड़ना चाहता हूँ | मेरा मानना ( यें सिर्फ मेरे विचार है, इनसे किसी को कष्ट हो तो छोटा समझ के माफ कर देंना ) है कि अल्फाजों की कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती है, ये भ

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अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-2

अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-2

आपकी दुवाओ से अब आगे आपकी खिदमत में कुछ गजलें पेश है।ध्यान दीजिएगा जर्रा नवाज़ी होगी।

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अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-2

अल्फ़ाज़-ए-अंदाज़ भाग-2

आपकी दुवाओ से अब आगे आपकी खिदमत में कुछ गजलें पेश है।ध्यान दीजिएगा जर्रा नवाज़ी होगी।

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मेरी कविताएँ 2021

मेरी कविताएँ 2021

सबके सहयोग से मेरी एक छोटी सी कोशिश आप सबके लिए।

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मेरी कविताएँ 2021

मेरी कविताएँ 2021

सबके सहयोग से मेरी एक छोटी सी कोशिश आप सबके लिए।

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शेर-ए-ताज

शेर-ए-ताज

सबसे पहले आप लोगों को तहे दिल से शुक्रिया। आपकी लोगों की दुआएं चाहिए। मेरे कुछ चुनिंदा शेर आपकी नज़र में पेश-ए-खिदमत हैं।

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शेर-ए-ताज

शेर-ए-ताज

सबसे पहले आप लोगों को तहे दिल से शुक्रिया। आपकी लोगों की दुआएं चाहिए। मेरे कुछ चुनिंदा शेर आपकी नज़र में पेश-ए-खिदमत हैं।

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जिंदगी के बोल।

जिंदगी के बोल।

इस किताब में केवल एक ही रचना है। उम्मीद करता हूँ सबको पसंद आएगी।

1 पाठक
1 रचनाएँ

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जिंदगी के बोल।

जिंदगी के बोल।

इस किताब में केवल एक ही रचना है। उम्मीद करता हूँ सबको पसंद आएगी।

1 पाठक
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ताज के शेर भाग-1

ताज के शेर भाग-1

एक छोटी सी कोशिश कुछ लिखने की।

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ताज के शेर भाग-1

ताज के शेर भाग-1

एक छोटी सी कोशिश कुछ लिखने की।

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ताज मोहम्मद के लेख

10. जीने की वजह मिल गयी।

8 फरवरी 2022
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जब से मिले है तुमसे जीने की वजह मिल गयी।आज़ाद होने वाला हूँ मैं भी खत्म सजा हो गयी।।1।।जिसने भी काटी थी राहे खुदा में अपनी जिंदगी।उन सभी को जन्नत में देखो तो जगह मिल गयी।।2।।अहसान मानतें है तुम्हारा जो

9. दुआओं में याद रखना।

8 फरवरी 2022
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हमको तुम अपनी दुआओ में याद रखना।गर गलती हो गयी हो तो हमें माफ करना।।1।।कुछ परेशानियाँ थी जो तुम्हे ना बताई है।हमारी तरफ से दिल अपना साफ रखना।।2।।तुम खुश रहो हम यही दुआ बस करते है।महशर में ऐ खुदा तू हम

8. कुछ दुआ की जाए।

8 फरवरी 2022
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चलो उसके लिए कुछ दुआ की जाए।शायद यूँ ही उसको शिफ़ा मिल जाए।।1।।हो गया है वो बड़ा ही परेशांन दर्दों से।जाने इन्ही दुआओं से अच्छा हो जाए।।2।।उसके जख्म दिखते है यूँ ज़िन्दगी के।चलो उसके जख्मों को सिला ही जा

7. धोखे मिल रहे है।

8 फरवरी 2022
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हमको तो हमारी ज़िंदगी मे धोखे मिल रहे है।ये हम ही जानते है कि हम यूँ रो-रो कर कैसे जी रहे है।।1।।तुमको तुम्हारे अपनों का वास्ता हम दे रहे है।अब और गम ना दो हम पहले से ही गमों को पी रहे है।।2।।किसी को द

6. कुछ पैग़ाम लेकर आया हूँ।

8 फरवरी 2022
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कुछ पैग़ाम लेकर आया हुँ।तुम्हारे गांव होकर आया हूँ।।1।।माँ मिली थी तुम्हारी हमको।उनकी दुआए तुझ पे चढ़ाने आया हूँ।।2।।तेरी ख़ातिर कुछ भेजा है उसने।उसकी ममता तुमको बताने आया हूँ।।3।।क्या बताये हाल ए दिल मा

5. बड़े दिनों बाद हंसी आयी है।

8 फरवरी 2022
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बड़े दिनों बाद हंसी आयी है लबों पर।आज नज़र जो गयी उसके खतों पर।।1।।उसकी हर एक याद बचाकर रखी है।जो परेशां करता था हमें शरारतों पर।।2।।जाने कैसे दिखता होगा चेहरे से अब।हम भी फिदा थे जिसकी चाहतों पर।।3।।मि

4. दूसरा घर देख लो।

8 फरवरी 2022
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जैसी भी है जितनी भी है इज्जत है हमारी।गर ना हो पसंद तुम्हें तो दूसरा घर देख लो।।1।।गर सीरते यार है तो जिंदगी जन्नते बहार है।ना आये यकी तो तुम घर बसा कर देख लो।।2।।रहने लगोगे हमेशा ही किसी की खुमारीं म

ज़िन्दगी के बोल।

8 फरवरी 2022
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हर किसी को बेवजह यूँ हिरासत में ना रखते हैं।मुल्क में ऐसी बरबादी की सियासत ना करते हैं।।1।।अपने ही आप नूर ए खुदा आ जयेगा चेहरे पर।ऐसे यूँ दिखावे की ख़ातिर इबादत ना करते हैं।।2।।दूसरा खिलौना बाजार से इक

2. हमने भी देखा था।

28 जनवरी 2022
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हमने भी देखा था,वहाँ जाके उसका जीवन नीरस, बेबस, दीन-हीन था बड़ा।जानें कैसी तृष्णा थी उसके हृदय में जो उसकी आँखें बता रही थी...निष्कलंक है वह बेकार ही प्रचलित हो गया अपराधी के रूप में।उसने अपने सम्

मेरे शेर।

28 जनवरी 2022
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1. आ चले वहां जहां कोई ना हो जान पहचान में।थोड़ा सा वक्त बिताते हैं साथ किसी शमशान में।।✍✍ताज मोहम्मद✍✍2.मैं दुआए बेचता हूँ इस जहान में।खुदा ने बड़ी शिफा दी है मेरी ज़बान में।।✍✍ताज मोहम्मद✍✍3.तन्हा

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