हमको तुम अपनी दुआओ में याद रखना।
गर गलती हो गयी हो तो हमें माफ करना।।1।।
कुछ परेशानियाँ थी जो तुम्हे ना बताई है।
हमारी तरफ से दिल अपना साफ रखना।।2।।
तुम खुश रहो हम यही दुआ बस करते है।
महशर में ऐ खुदा तू हमारा इंसाफ करना।।3।।
पता है हमको तुम समझदार हो फिर भी।
हमारे लिए अपने दिल मे ना दाग रखना।।4।।
तन्हा नहीं है हम भी यूँ अपनी ज़िंदगी में।
जीने के लिए तुम्हारी यादों का साथ है ना।।5।।
दिन भर मसरूफ रहता हूं अपने काम में।
पर तुम्हारे लिए सारी रातों के ख़्वाब है ना।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ