सबके सहयोग से मेरी एक छोटी सी कोशिश आप सबके लिए।
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हमने भी देखा था,वहाँ जाके उसका जीवन नीरस, बेबस, दीन-हीन था बड़ा।जानें कैसी तृष्णा थी उसके हृदय में जो उसकी आँखें बता रही थी...निष्कलंक है वह बेकार ही प्रचलित हो गया अपराधी के रूप में।उसने अपने सम्