कई दिनों से देख रहा हूं कि मेरे कई मित्र इस बीच कम बोलने लगे हैं . वह कटे कटे से रहते हैं. उदासीन रहते हैं या फिर गुस्से से भर जाते हैं. ऐसे व्यक्ति तनाव और घबराहट के शिकार होते हैं और यही तनाव ज्यादा हो जाने पर भी आत्महत्या की शिकार भी हो जाते हैं. अगर आंकड़े की बात करें तो पूरी दुनिया में 2