ग्लैमर की दुनिया, सुशांत जैसे मेघावी छात्र को लील गयी डॉ शोभा भारद्वाज आज कल सुशांत राजपूत को लेकर आत्महत्या अथवा हत्या का विषय मीडिया में छाया हुआ है रोज नई हैडिंग के साथ चैनलों में वाद विवाद होते हैं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर एक पक्ष ने अपनी सफाई पेश की लेकिन सुशांत का पक्ष उसके नाम क
इलाहाबाद अपना घर, गाँव,और शहरया यूँ कहियेअपनी छोटी सी इक दुनिया।इसके बारे में कुछ कहना-लिखना, जैसे आसमान में तारे गिननाया जलते हुए तवे परउंगलियों से अपनी ही कहानी लिखना है।सैकड़ों ख्वाब, हज़ारों किताब और अनगिनत रिश्तों में बीतती जिंदगी का नाम है इलाहाबाद। एक ऐसी जगहजहाँ हर पल, हर लम्हाबनती-बिगड़ती ह
किसी ने सच ही कहा है काबिल बनो कामयाबी तो झक मार के पीछे आएगी। आज हम आपको एक ऐसी ही कहानी से रूबरू करने जा रहे हैं जिसने अपनी प्रतिभा से वो मुकाम हासिल किया जिसका ख़्वाब न जाने कितनी ही आँखों ने देखा होगा और ये साबित किया कि प्रतिभा ना उम्र देखती है ना जाति और ना ही अमीरी-गरीबी का फर्क जानती है। ये
कई दिनों से देख रहा हूं कि मेरे कई मित्र इस बीच कम बोलने लगे हैं . वह कटे कटे से रहते हैं. उदासीन रहते हैं या फिर गुस्से से भर जाते हैं. ऐसे व्यक्ति तनाव और घबराहट के शिकार होते हैं और यही तनाव ज्यादा हो जाने पर भी आत्महत्या की शिकार भी हो जाते हैं. अगर आंकड़े की बात करें तो पूरी दुनिया में 2
Time for Indian Students to reap the benefits of Digital India & 4G Internet. Students can use TutStu to Search, Find, Select & Learn Online via Video Chat. Thousands of Expert Global Teachers in 30+ Subjects & 350+ Branches.TutStu, has int