आज कुछ प्रेम💕 को समर्पित
आज दिल कह रहा है तेरे प्रेम को पड़ लू
उसी प्रेम को जिसे मै हर पल निहारता हूं
हर पल पुकारता हूं
हर पल सोचता हूं
हर पल महसूस करता हूं
ये प्रेम की किताब नहीं
ये प्रेम की एक माला है
जिसे हर पल में जपना चाहता हूं
हा ये सच है मै तेरे प्रेम को पढ़ना चाहता हूं
#मनोज_मस्ताना