2 अप्रैल 2019
सूनी थी नज़र, ख्वाब देखना तुम सिखा गए खामोश होठो को मुस्कुरना सिखा गए तन्हा कर जाने का ग़िला क्या करे तुमसे तन्हाई में भी खुश रहना तुम सिखा गए |