मेरे प्यार को तुने पैरों तले रौंद दियापर तेरे पग धुरी को भी मैं प्रसाद के तरह स्वीकार कियाकिस तरह लोगे मेरे प्यार की परीक्षाभूखे रखकर, अग्नि में जलाकर या जहर पीलाकरचाहे जिस तरह ले लो मेरे प्यार की परी
अरे हो भारती तेरी बहन मिनू कहा है उसको देख जाकर की तैयार हूई क्या आज उसकी हल्दी दुल्हे को हल्दी लग चुकी है तो वो अब दुल्हन की हल्दी लेकर निकल गये है सुन रही है ना भारती हां हां मां ये है हमारी
मानव और प्रिशा ढलते सूरज की और देखते हुए विक्टोरिया मेमोरियल की बेंच पर बैठे हुए थे. सूरज की लालिमा सामने तालाब के पानी में गिर रही थी जो सचमुच इस पल को कुछ ज्यादा ही रोमांटिक बना रही थी. ऐसे मौसम में
रातो को तेरी याद आ गईआंखों में मेरी बिखरा गईसूखी पवन , महका गईशर्द हवाओ में पिघला गईमोहब्बत में मेने कूबूल ये कियाकिताबे देकर, वो शरमा ग
अब तक आपने पढ़ा कि विवेक किसी लड़की को छुड़ाने के लिए कॉलेज से दीवार फांद कर गुंडे के पीछे भागता है अब इससे आगे... विवेक अपनी बाइक लेकर उनका पीछा करता है प्रोग्राम के वक्ता ने उसी वक्त अनाउ
कक्षा 8 वी था, जब मै उसकी आखों को देखा मानो की मेरा दिल रुक सा गया , मुझे क्या हो गया? मै ये सोचने लगा..... फिर मै उस समय नजर अंदाज कर के घर चला गया ,लेकिन ये क्या हुआ ऐसा लग रहा था की मै बस उसी
रितिका सिंह - एक फैशन ब्लॉगर - जिसे उसके पति आकाश गौतम ने आगरा में उसके अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से फेंककर मार डाला और यह पति रितिका का खुद चुना हुआ था, प्रेम विवाह किया था दोनों ने और य
हमारा दिल पत्थर लगता है, गुनेहगार हमें ठहरा दिया है। ज़िन्दगी में प्यार पहला मेरा, ऐतबार बिल्कुल भी नहीं है। उन्होंने सुख सुविधा के लिए, प्यार का सौदा तलक़ किया। बेदर्द ज़माने से तो ल
तेरे इश्क़ में पूरी तरह से डूब चुका हूँ मैं, तेरी ज़रा सी आह परेशान कर देती हमें। तेरी मोहब्बत की कैद में उम्रकैद चाहते, तेरे प्यार के बंदीगृह में रहना तमाम उम्र। तेरे इश्क़ की दीवानगी इस
इस मकान में अब बाक़ी बचा भी क्या है। साझी तमन्नाएँ जल गई धुँआ ही धुँआ है! मेरे बालों ने तेरे काँपते हाथ महसूस किये लगता है आज फिर तुमने तस्वीर को छुआ है! दीया तो यूँ ही बदनाम हो गया बुझ कर
आशिक तेरा कहाने लगा हूँ मैं।।दिल से तुझको चाहने लगा हूँ मैं।।पागल हुआ हूँ तेरे प्यार में इस कदर।गलियों में मजनूं कहाने लगा हूँ मैं।।मिल मिलकर तुझे हालत क्या हुई मेरी।पाने के तुझे ख्वाब सजाने लगा
लव जेहाद , प्यार में शर्त कैसी? डॉ शोभा भारद्वाज कोई शर्त होती नहीं प्यार में ,मगर प्यार शर्तों पे तुमने किया फ़िल्मी गाना लव जिहाद के लिए सटीक बैठता है . लव जिहाद ऐसा मानना है मुस्लिम युवको द्वारा गैर-मुस्लिम समुदायों की लड़कियों को टारगेट कर प्रेम का ढोंग रचना है चिंता इस लिए है आजकल मुस्लिम लड़कों
बसेरातिनतिन बिन, बना बसेरा लेती चिड़ियाँ।सांझ से रह बसेरे मे, रात गुजार लेती चिड़ियाँ।उड़ भोर परे खेतों से, दाना चुँग लेती चिड़ियाँ ।कुछ दबा चोच मे दाना, उड़ आती चिड़ियाँ ।बैठ बुने बसेरे मे, बच्चो को दाना चुनती चिड़ियाँ।कर प्यार पूरा, उड़ेल दाना बच्चे के मुँह मे,दूर गगन मे उड़ जाती चिड़ियाँ।न मांगती भीख किस
ए बारिश की बूंदे जब भी पड़ती हैमुझे मेरा यौवन याद आता हैकभी श्रृंगार की हुईं नव वधू की तरह दिखती हैकभी मानो अपने मै समा जाने को तरसती हैजब भी आती है साथ अपने प्यार लाती है
https://vishwamohanuwaach.blogspot.com/2020/06/blog-post_26.html वचनामृतक्यों न उलझूँ बेवजह भला!तुम्हारी डाँट से ,तृप्ति जो मिलती है मुझे।पता है, क्यों?माँ दिखती है,तुममें।फटकारती पिताजी को।और बुदबुदाने लगता हैमेरा बचपन,धीरे से मेरे कानों में।"ठीक ही तो कह रही है!आखिर कितना कुछसह रही है।पल पल ढह र
वाह! क्या हाल और समाचार है? सावन की बौछार है। कोरोना की मार है। बनती बिगड़ती सरकार है, चुनाव कराने के लिए आयोग हर हाल में तैयार है। बाहरवी में बहुत से बच्चे 90% से पार है। वही दसवीं कक्षा का रिजल्ट पिछली बार से बेकार है। चीन, पाकिस्तान सीमा पर कर रहा वार है। इधर नेपाल भी कर रहा तकरार है। यूपी में
प्यार एक खूबसूरत एहसास है जो अधूरा होकर भी अपने आप में ही पूरा होता है प्यार अगर सच्चा हो तो वो बदले में प्यार नहीं चाहता बल्कि उसको खुश देखना चाहता है जिससे प्यार करता है चाहे उसे प्यार म मिले न मिले ....... वो बस....