10 फरवरी 2020
टूट ना।सुना था आसमान से तारे टूटते है, अरमान टूटते है, चाहत टूटती है, इरादे टूटते है, दिलों के आईने की तरह रिश्ते टूटते है। थी काली घनी रात जिसमे लेटा था बिस्तर में, नींद टूटी तब ख्याल आया सपने भी इन्ही दरम्यानो में कही टूट जाते है।