इस देश में ....( कविता )
इस देश में
गरीब जुल्म का शिकार है
अशिक्षित है, बेरोजगार है
शोषण है , बलात्कार है
दहशत है,चीख है,पुकार है
फिर भी आपस में बड़ा प्यार है |
इस देश में
नफरत की आँधी है
न नेहरू है , न गाँधी है
मानवता को बेच डाला
सिर्फ चाँदी ही चाँदी है |
इस देश में
साधु हैं , संत हैं
मौलवी हैं, महंत हैं