29 मई 2015
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मेरे ब्लॉग "साहित्य-दर्पण" में शब्दनगरी पर प्रकाशित सभी रचनाएँ मेरी मौलिक रचना है, अन्यत्र प्रकाशन या प्रसारण हेतु हमारी सहमति आवश्यक है | लेखन - कहानी,कविता,गीत,ग़ज़ल, लघुकथा,हास्य-व्यंग ,शेरों-शायरी आदि | सदस्य -फिल्म लेखक संघ मुंबई | राष्ट्रीय व क्षेत्रीय पत्र -पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित | कई काव्य संकलन में कविताऐं संकलित | आकाशवाणी से रचनाओं का प्रसारण | भाषा - हिंदी , अंगिका, भोजपुरी | आत्मकथ्य - हर तूफां से गुजर जाना है,हर दिल में ऊतर जाना है , जमाना याद रक्खे हमें कल भी , काम कुछ ऐसा कर जाना है | सम्पर्क सूत्र - ग्राम+पोस्ट - सधुआ, प्रखंड - रंगरा चौक, वाया - नवगछिया, जिला - भागलपुर, पिन कोड -८५३२०४, बिहार , (भारत ) Email - mandaljee420@gmail.com,मेरे ब्लॉग "साहित्य-दर्पण" में शब्दनगरी पर प्रकाशित सभी रचनाएँ मेरी मौलिक रचना है, अन्यत्र प्रकाशन या प्रसारण हेतु हमारी सहमति आवश्यक है | लेखन - कहानी,कविता,गीत,ग़ज़ल, लघुकथा,हास्य-व्यंग ,शेरों-शायरी आदि | सदस्य -फिल्म लेखक संघ मुंबई | राष्ट्रीय व क्षेत्रीय पत्र -पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित | कई काव्य संकलन में कविताऐं संकलित | आकाशवाणी से रचनाओं का प्रसारण | भाषा - हिंदी , अंगिका, भोजपुरी | आत्मकथ्य - हर तूफां से गुजर जाना है,हर दिल में ऊतर जाना है , जमाना याद रक्खे हमें कल भी , काम कुछ ऐसा कर जाना है | सम्पर्क सूत्र - ग्राम+पोस्ट - सधुआ, प्रखंड - रंगरा चौक, वाया - नवगछिया, जिला - भागलपुर, पिन कोड -८५३२०४, बिहार , (भारत ) Email - mandaljee420@gmail.comD
बहुत - बहुत धन्यवाद संगठन और अनामिका जी आप सबों का , इस पागल को समझने के लिए |
1 जून 2015
प्रिय मित्र , आपकी इस उत्क्रष्ट रचना को शब्दनगरी के फ़ेसबुक , ट्विट्टर एवं गूगल प्लस पेज पर भी प्रकाशित किया गया है । नीचे दिये लिंक्स मे आप अपने पोस्ट देख सकते है - https://plus.google.com/+ShabdanagariIn/posts https://www.facebook.com/shabdanagari https://twitter.com/shabdanagari - प्रियंका शब्दनगरी संगठन
30 मई 2015
मेरा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं है | अगर मेरे शब्दों से किसी को ठेस पहुँचती हो तो इसके लिए मैं क्षमा - प्रार्थी हूँ |
29 मई 2015
मनोज जी, देशप्रेम की भावना से ओत-प्रोत रचना बहुत ही सुन्दर है...आक्रोश अवश्य झलकता है किन्तु कतिपय कुत्सित मनोवृत्ति के लोगों के साथ अनेकानेक अच्छे लोग भी गर्हित समझे जाएं, तथा देशोन्नति बाधित रहे, यह भी तो अनुचित है I
29 मई 2015