shabd-logo

हँसी

21 फरवरी 2018

104 बार देखा गया 104
हँसना मत भूलो हँसो, है मंत्र खुशियों का हँसो, है दवा मरीज़ों की हँसो, है साज़ हसीनों की हँसो, है राज ये प्रकृति के वादियों की हँसो, है धुन बहती नदियों की हँसो, है रस फुहारों की हँसो, यही राज है स्वस्थ जीने की हँसो, पर इतना भी मत हँसो की यकीन न हो जीने की पर हँसो, हँसो , हँसते रहो ।

शशि प्रसाद की अन्य किताबें

1

हँसी

21 फरवरी 2018
0
0
0

हँसना मत भूलो हँसो, है मंत्र खुशियों काहँसो, है दवा मरीज़ों कीहँसो, है साज़ हसीनों कीहँसो, है राज ये प्रकृति के वादियों कीहँसो, है धुन बहती नदियों कीहँसो, है रस फुहारों कीहँसो, यही राज है स्वस्थ जीने कीहँसो, पर इतना भी मत हँसो की यकीन न हो जीने की पर हँसो, हँसो , हँसते रहो ।

2

काश

22 फरवरी 2018
0
1
0

क्या हाल हो गया है समाज का आप सब देखें और बतायें समाचार आज का कहाँ से शुरु करूँ और बताऊँ क्या ? हाल कमोवेश है देश के सभी राज का क्या हाल हो गया है समाज का आप सब देखें और बतायें समाचार आज का ।ईर्ष्या , द्वेष, घृणा और जात-पातयही कारण है, और है इसी की करामातकृषि प्रधान है देश हमारा ,फिर भीआयात-निर्यात

---

किताब पढ़िए