हँसना मत भूलो
हँसो, है मंत्र खुशियों का
हँसो, है दवा मरीज़ों की
हँसो, है साज़ हसीनों की
हँसो, है राज ये प्रकृति के वादियों की
हँसो, है धुन बहती नदियों की
हँसो, है रस फुहारों की
हँसो, यही राज है स्वस्थ जीने की
हँसो, पर इतना भी मत हँसो
की यकीन न हो जीने की
पर हँसो, हँसो , हँसते रहो ।