🙏 हार्दिक अभिवादन 🙏."माता वैरी पिता शत्रु, ये न बालो पाठति ।न शोभतेसभा मध्ये, हंस मध्ये वको यथा ।" ...बच्चों को जन्म देनाऔर उनका पालन पोषण करना ही नहीं बल्कि उन्हें अच्छी तालीम देना, सुसंस्कारितबनाना, उचित
ईरानी (पर्शियन )समाज में हिंदी भाषा का महत्व डॉशोभा भारद्वाज मुझेकई वर्ष तक परिवार सहित ईरान में रहने का अनुभव रहा है | ईरान के शाह मोहम्मद रजापहलवी ,पहलवी राजवंश के आखिरी शाह थे उन्होंने शान शौकत के साथ आर्य मिहिर की उपाधिधारण की उनके खिलाफ क्रान्ति का ऐसा म