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27/6/2022

27 जून 2022

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प्रिय सखी।

कैसी हो ।हम निश्चित रूप से अब ठीक है ।कल से मन बैचेन था।तुम से मिलने के लिए जैसे ही ऐप खोला ।हम नदारद हो गये ऐप से ।बार बार लाग इन कर रहे थे सुबह से पर कुछ हो ही नही रहा था।वैसे भी कल रविवार था। शब्द टीम के लोग भी हमारी तरह ही है उनको भी छुट्टी तो चाहिए ही।हम परेशान नही करना चाह रहे थे पर जब बिल्कुल परेशान हो गये तब हमने समूह मे ये बात रखी कि हम ऐप मे लाग इन नही हो पा रहे है।अब पता नही लोग क्यों कहते है शब्द टीम तुरंत प्रतिक्रिया नही देती । हमारा तो बस मैसेज ही गया था समूह मे उसके दस मिनट मे ही संतोष सर का मैसेज आ गया कि टेक्निकल टीम को समस्या बता दी गयी है पर जब शाम तक भी समस्या नही सुलझी तो हमे बैचेनी होने लगी । क्यों कि अभी जून की पुस्तक लेखन प्रतियोगिता की पुस्तक भी पूर्ण मार्क नही की थी और डायरी के भी तीन भाग रहते थे।अब करे तो क्या करें। बड़ी समस्या हो गयी भाई ये तो।फिर हमने एक बार फिर से अपनी समस्या समूह मे रखी।तब संतोष सर का जवाब आया कि आप वेबसाइट पर खोल ले। हमारी अकाउंट वेबसाइट पर भी नही खुल पा रहा था। लेकिन आज सुबह एक बार फिर से प्रयास किया तो खुल गया।तब हमने जून की पुस्तक लेखन प्रतियोगिता की पुस्तक पूर्ण मार्क की तब शांति मिली।थोडा सा धैर्य रखना पड़ता है ऐसा नही समस्या बताई और तुरंत उसका समाधान करो नही तो हम रचना हटा लेगे।नही ऐसा नही होता।सुनो सखी कल कुछ खास है ।अब तुम अनुमान लगाना क्या खास है हम चलते है । अलविदा।
कविता रावत

कविता रावत

चलिए कम से कम ये अच्छा काम हुआ कि आपने जून की पुस्तक लेखन प्रतियोगिता पूर्ण मार्क कर ली है। हमारी तो अभी जुते हुए हैं, अंतिम दिन तक ही पूर्ण कर पाएंगे। शुभकामनाएं आपको!

27 जून 2022

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रचनाएँ
दैनंदिनी सखी (जून)2022
5.0
एक सखी से मन की बात ,सब के साथ
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2/6/2022

2 जून 2022
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हैलो।कैसी हो सखी।सब कुछ ठीक है पिछले महीने अठाईस तारीख को अपनी बात हुई थी ।उसके बाद आज बात हो रही है। अच्छा है सखी प्यार बढ़ाने के लिए कुछ समयक्षकी दूरी जरूरी है।लो अब हम आ गये ।जी खोल कर बातें करें ग

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4/6/2022

4 जून 2022
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प्रिय सखी। कैसी हो ।हम उदास है आज । तुम्हें बताया था ना मायके जाने का प्रोग्राम था हमारा आज सोचा था दो दिन मायके लगा कर सोमवार को वापस आ जाएं गे।पर क्या करें हमारी किस्मत ही ऐसी है । भतीजे का जन

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6/6/2022

6 जून 2022
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हैलो सखी। कैसी हो ।मै बस ठीक ही हूं ।कल भतीजे ने जन्मदिन की विडियोज बनाई थी वो भेजी है ।मन खुश हो गया सब को नाचते गाते देखकर।सब खुश थे।भजन गाये जा रहे थे।फिर केक काटा गया सबने शगुन का टीका किया।ब

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7/6/2022

8 जून 2022
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हैलो सखी।कैसी हो ।हम खुश भी है और पुलकित भी।हमारे दो दो इनाम आये है ।आज शब्द टीम ने पुस्तक लेखन प्रतियोगिता और डायरी लेखन प्रतियोगिता का रिजल्ट घोषित किया है। दोनों मे हमने स्थान पाया है।जब तक परिणाम

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9/6/2022

9 जून 2022
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हैलो सखी। कैसी हो।अब क्या कहे जितना कल हम खुश थे उतने ही आज उदास है ।कारण नही पूछोगी। बहुत से लोगों से हमारी खुशी देखी नही जाती है।तभी तो हम वुमनस डे नही मनाते। यहां एक महिला की उन्नति पुरुष समा

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11/6/2022

11 जून 2022
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प्रिय सखी। कैसी हो। हम आज थोड़ा ठीक हुए है ।नही तो हमारा मन ही उठ गया था लेखन से ।हम लेखन को एक पवित्र और सबसे अच्छा मंच मानते है।औरत हमेशा से ही कितना स्वतंत्र होने का दंभ भरे लेकिन वो क

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13/6/2022

13 जून 2022
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हैलो सखी।कैसी हो।मै अच्छी हूं कल समूह मे अच्छी खासी खींच तान हुई।हमारी दिया जी परेशान है कि उन्हें सार्टिफिकेट नही मिले।हमने तो उन को बहुत बार कहा कि आप धैर्य रखे ।सब ठीक हो जाएगा।दूसरा हमारे बड

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16/6/2022

16 जून 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम तो ठीक ही है । गर्मी की छुट्टियां हो गयी है छोटे जनाब की ।सारा दिन दिमाग चलाईं करता रहता है कभी हमारा फोन,कभी लैपटॉप ,कभी डेस्कटॉप।बस सारा दिन उसका यही चलता रहता है ।हम डांटते रह

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19/6/2022

19 जून 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो । क्या हालचाल है मौसम का तुम्हारे यहां ।हमारे यहां तो मौसम बहुत सुहावना हो रहा है ।लिखने का मन करता है पर आजकल तबीयत साथ नही दे रही है।कल ही प्रतिलिपि पर सुपर लेखक-3 मे भाग लिया है ।

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20/6/2022

20 जून 2022
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प्रिय सखी। कैसी हो। हम ठीक है आज थोड़ा पहले से अच्छा महसूस कर रही हूं तभी लिख पा रही हूं। मुझे अब पता चल रहा है कि तबीयत खराब हो तो लेखन पर कितना असर पड़ता है । बहुत सारे काम पैंडिंग पडे है।आज ह

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23/6/2022

23 जून 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो। मै ठीक ही हूं।कल का दिन बड़ा ही व्यस्त था।देहली मे फेब्रिक के कटपीस की शोप की है ।वही पर बिजी थी।रात को इतनी थकान हो गयी थी कि तुम से मुलाकात ही नही कर पाई।आज भी देहली ही हूं।बच्चों

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24/6/2022

24 जून 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।मै अच्छी हूं।आजकल एक उपन्यास लिख रही हूं बस उसमे थोडा सा बिजी रहती हूं ।शोप पर जाना पड़ता है देहली । फिर चाहे औरत कितनी भी बिजनेस करती हो पर घर तो सम्हालना पड़ता ही है। फिर उसमे से

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27/6/2022

27 जून 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम निश्चित रूप से अब ठीक है ।कल से मन बैचेन था।तुम से मिलने के लिए जैसे ही ऐप खोला ।हम नदारद हो गये ऐप से ।बार बार लाग इन कर रहे थे सुबह से पर कुछ हो ही नही रहा था।वैसे भी कल रविवार

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28/6/2022

28 जून 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।कल तुम से वादा किया था कि कल कुछ खास दिन है सोई आज बता रही हूं कि क्या खास है ।आज सुबह डेली रूटीन की तरह पांच बजे उठी ।अपनी दवाई लेकर बाहर आंगन है फ्लेट मे उस पर थोडी दूर के लिए हर

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29/6/2022

29 जून 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे है ।कल बड़ी दीदी ने शादी की सालगिरह का गिफ्ट भेजा।मन खुश हो गया।पता नही ससुराल वाले कैसे है कभी भी मेरी मैरिज एनिवर्सरी और मेरा जन्म दिन विश नही करते।बस ससुराल मे तो कर्तव्

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