shabd-logo

4/6/2022

4 जून 2022

51 बार देखा गया 51
प्रिय सखी।
  कैसी हो ।हम उदास है आज । तुम्हें बताया था ना मायके जाने का प्रोग्राम था हमारा आज सोचा था दो दिन मायके लगा कर सोमवार को वापस आ जाएं गे।पर क्या करें हमारी किस्मत ही ऐसी है । भतीजे का जन्मदिन है और बड़ा समारोह होगा। हनुमान जी की चौकी रखी है।और हमारे पतिदेव को तभी बीमार होना होता है जब हमे मायके जाना हो।अभी तक तो ये कह रहे थे कि तुम चली जाओ गी तो मेरे खाने का क्या होगा।हमने कहा एक आध दिन की तो बात है कभी चावल तो कभी बाहर से मंगवा लेना।पर हाय रे हमारे पतिदेव का पेट जो सौतन बनकर हमारे और हमारे मायके जाने के बीच आकर खड़ा हो गया।हम ने जैसे तैसे टिफिन का इंतजाम किया तो आज पतिदेव कहने लगे तुम मत जाओ मुझे जुकाम जैसा लग रहा है ।मतलब साम दाम दण्ड भेद करके मुझे मायके नही जाने दिया।मन कर रहा है उड़ कर चली जाऊं मायके भतीजे को ढेर सारी शुभकामनाएं और आशीर्वाद दे आऊ ।यही आकशर एक औरत हार जाती है ।एक औरत के लिए जितना जरूरी ससुराल होता है उतना ही जरूरी मायका भी होता है लेकिन कुछ लोग ऐसे होते है वो यही चाहते है मेरा और मेरे परिवार का ही करती रहे। भाड़ मे जाये मायकेवाले। अरे वो लोग ये नही सोचते कि कल को हमारी बेटियों को उनके ससुराल वाले नही भेजे गे जब हमारे यहां समारोह होगा तो हमे कैसा लगेगा।तुम जैसा अपनी बहूओ और पत्नियों के साथ करोंगे वैसा ही तुम्हारी बेटियों के साथ होगा तो कैसा लगेगा।बस सखी और नही लिखा जा रहा मन रोने को कर रहाश है ।अब चलती हूं अलविदा।
Papiya

Papiya

कई बार ऐसी बातें मन में खटास पैदा कर देती है

4 जून 2022

भारती

भारती

सचमुच स्त्री सभी रिश्ते दिल से निभाती है ...

4 जून 2022

कविता रावत

कविता रावत

यही बात समझाओ पतिदेव को अच्छे से, शायद समझ जाय। लड़कियां तो होती ही हैं दो घरों की चिराग

4 जून 2022

15
रचनाएँ
दैनंदिनी सखी (जून)2022
5.0
एक सखी से मन की बात ,सब के साथ
1

2/6/2022

2 जून 2022
4
1
2

हैलो।कैसी हो सखी।सब कुछ ठीक है पिछले महीने अठाईस तारीख को अपनी बात हुई थी ।उसके बाद आज बात हो रही है। अच्छा है सखी प्यार बढ़ाने के लिए कुछ समयक्षकी दूरी जरूरी है।लो अब हम आ गये ।जी खोल कर बातें करें ग

2

4/6/2022

4 जून 2022
6
3
3

प्रिय सखी। कैसी हो ।हम उदास है आज । तुम्हें बताया था ना मायके जाने का प्रोग्राम था हमारा आज सोचा था दो दिन मायके लगा कर सोमवार को वापस आ जाएं गे।पर क्या करें हमारी किस्मत ही ऐसी है । भतीजे का जन

3

6/6/2022

6 जून 2022
7
4
1

हैलो सखी। कैसी हो ।मै बस ठीक ही हूं ।कल भतीजे ने जन्मदिन की विडियोज बनाई थी वो भेजी है ।मन खुश हो गया सब को नाचते गाते देखकर।सब खुश थे।भजन गाये जा रहे थे।फिर केक काटा गया सबने शगुन का टीका किया।ब

4

7/6/2022

8 जून 2022
5
2
2

हैलो सखी।कैसी हो ।हम खुश भी है और पुलकित भी।हमारे दो दो इनाम आये है ।आज शब्द टीम ने पुस्तक लेखन प्रतियोगिता और डायरी लेखन प्रतियोगिता का रिजल्ट घोषित किया है। दोनों मे हमने स्थान पाया है।जब तक परिणाम

5

9/6/2022

9 जून 2022
5
1
0

हैलो सखी। कैसी हो।अब क्या कहे जितना कल हम खुश थे उतने ही आज उदास है ।कारण नही पूछोगी। बहुत से लोगों से हमारी खुशी देखी नही जाती है।तभी तो हम वुमनस डे नही मनाते। यहां एक महिला की उन्नति पुरुष समा

6

11/6/2022

11 जून 2022
5
2
1

प्रिय सखी। कैसी हो। हम आज थोड़ा ठीक हुए है ।नही तो हमारा मन ही उठ गया था लेखन से ।हम लेखन को एक पवित्र और सबसे अच्छा मंच मानते है।औरत हमेशा से ही कितना स्वतंत्र होने का दंभ भरे लेकिन वो क

7

13/6/2022

13 जून 2022
4
1
2

हैलो सखी।कैसी हो।मै अच्छी हूं कल समूह मे अच्छी खासी खींच तान हुई।हमारी दिया जी परेशान है कि उन्हें सार्टिफिकेट नही मिले।हमने तो उन को बहुत बार कहा कि आप धैर्य रखे ।सब ठीक हो जाएगा।दूसरा हमारे बड

8

16/6/2022

16 जून 2022
6
3
3

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम तो ठीक ही है । गर्मी की छुट्टियां हो गयी है छोटे जनाब की ।सारा दिन दिमाग चलाईं करता रहता है कभी हमारा फोन,कभी लैपटॉप ,कभी डेस्कटॉप।बस सारा दिन उसका यही चलता रहता है ।हम डांटते रह

9

19/6/2022

19 जून 2022
3
0
1

प्रिय सखी।कैसी हो । क्या हालचाल है मौसम का तुम्हारे यहां ।हमारे यहां तो मौसम बहुत सुहावना हो रहा है ।लिखने का मन करता है पर आजकल तबीयत साथ नही दे रही है।कल ही प्रतिलिपि पर सुपर लेखक-3 मे भाग लिया है ।

10

20/6/2022

20 जून 2022
6
2
0

प्रिय सखी। कैसी हो। हम ठीक है आज थोड़ा पहले से अच्छा महसूस कर रही हूं तभी लिख पा रही हूं। मुझे अब पता चल रहा है कि तबीयत खराब हो तो लेखन पर कितना असर पड़ता है । बहुत सारे काम पैंडिंग पडे है।आज ह

11

23/6/2022

23 जून 2022
4
0
1

प्रिय सखी।कैसी हो। मै ठीक ही हूं।कल का दिन बड़ा ही व्यस्त था।देहली मे फेब्रिक के कटपीस की शोप की है ।वही पर बिजी थी।रात को इतनी थकान हो गयी थी कि तुम से मुलाकात ही नही कर पाई।आज भी देहली ही हूं।बच्चों

12

24/6/2022

24 जून 2022
3
0
0

प्रिय सखी।कैसी हो ।मै अच्छी हूं।आजकल एक उपन्यास लिख रही हूं बस उसमे थोडा सा बिजी रहती हूं ।शोप पर जाना पड़ता है देहली । फिर चाहे औरत कितनी भी बिजनेस करती हो पर घर तो सम्हालना पड़ता ही है। फिर उसमे से

13

27/6/2022

27 जून 2022
4
0
1

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम निश्चित रूप से अब ठीक है ।कल से मन बैचेन था।तुम से मिलने के लिए जैसे ही ऐप खोला ।हम नदारद हो गये ऐप से ।बार बार लाग इन कर रहे थे सुबह से पर कुछ हो ही नही रहा था।वैसे भी कल रविवार

14

28/6/2022

28 जून 2022
2
0
1

प्रिय सखी।कैसी हो ।कल तुम से वादा किया था कि कल कुछ खास दिन है सोई आज बता रही हूं कि क्या खास है ।आज सुबह डेली रूटीन की तरह पांच बजे उठी ।अपनी दवाई लेकर बाहर आंगन है फ्लेट मे उस पर थोडी दूर के लिए हर

15

29/6/2022

29 जून 2022
3
0
1

प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे है ।कल बड़ी दीदी ने शादी की सालगिरह का गिफ्ट भेजा।मन खुश हो गया।पता नही ससुराल वाले कैसे है कभी भी मेरी मैरिज एनिवर्सरी और मेरा जन्म दिन विश नही करते।बस ससुराल मे तो कर्तव्

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए