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धन का बदलता स्वरूप

24 नवम्बर 2017

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बदल गया है दुनियाँ अब, यहाँ पैसे वालों का बोलबाला है, पहले रुतबा ज्ञानी का था, अब रुतबा बेईमानी का है!! सुशील कुमार वर्मा महराजगंज (यूपी)

सुशील कुमार वर्मा की अन्य किताबें

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24 नवम्बर 2017
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ठण्डी के बिगुल ठण्डी का बिगुल शंख बजे ज्यों ही ठण्डी के, मौसम ने यूं पलट खाया, शीतल हो उठा कण-कण धरती का, कोहरे ने बिगुल बजाया!!हीटर बने हैं भाग्य विधाता,चाय और कॉफी की चुस्की बना जीवनदाता,सुबह उठ के नहाने वक्त, बेचैनी से जी घबराता!! घर से बाहर निकलते ही, शरीर थरथराने लगता, लगता सूरज

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धन का बदलता स्वरूप

24 नवम्बर 2017
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बदल गया है दुनियाँ अब,यहाँ पैसे वालों का बोलबाला है, पहले रुतबा ज्ञानी का था, अब रुतबा बेईमानी का है!! सुशील कुमार वर्मा महराजगंज (यूपी)

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बचपन का दिन

25 नवम्बर 2017
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वो बचपन ही था स्कूल में, जब हम बेफिक्र रहा करते थे, बस एक बात की चिंता थी, गृहकार्य (homework) से हम डरा करते थें!! Sushil Kumar Verma Maharajganj ,gkp

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प्रतिभा दिखाई डिग्री नहीं

9 दिसम्बर 2017
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मेधावी होने का मतलब क्या है? कैसे पता चले कि किसी का दिमाग तेज है? इसका सबसे आमफहम तरीका मार्कशीट वाला है। आपने कहां से पढ़ाई की है, किस विषय में कितने नंबर लाए हैं, यह बताकर आप किसी नौकरी में इंटरव्यू तक पहुंचने के हकदार हो सकते हैं। मेधा नापने का यह तरीका शायद रूटीन किस्म की चीजों के लिए ठीक हो। प

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