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गहरी पैठ

12 फरवरी 2020

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आज के बदलते हुवे परिवेश में ,जहा लड़किया पुरुषो के साथ कंधे से कंधा मिला कर चलने को तैयार हो रही है। और नित नए चुनौतियो का सामना कर रही है।ऐसे में एक माँ की जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती है।हमारा ये आज का लेख इसी माँ, बेटी के रिस्तो पर आधारित है

की अन्य किताबें

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गहरी पैठ

12 फरवरी 2020
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आज के बदलते हुवे परिवेश में ,जहा लड़किया पुरुषो के साथ कंधे से कंधा मिला कर चलने को तैयार हो रही है। और नित नए चुनौतियो का सामना कर रही है।ऐसे में एक माँ की जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती है।हमारा ये आज का लेख इसी माँ, बेटी के रिस्तो पर आधारित है

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चिंता माता पिता की ,

15 फरवरी 2020
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एक समय था जब लोग कहते थे,लड़किया पढ़ नही सकती ,लड़किया लड़को के बराबरी नही कर सकती ।लड़किया बोझ होती है,लड़किया बाहर नही निकल सकती। लेकिन ये सब गुजरे जमाने की बातें हो गयी। आज जमाना और समय दोनो तेजी से बदल रहा है।आज लड़किया पढ़ रही है और पढा भी रही है।और भी बाकी के छेत्रो में भी अपनी हुनर का परचम लहरा रही

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उत्सव

4 मार्च 2020
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फैंसी वुमेन साड़ी,एक से ज्यादा रंगों व डिजाइनों में,₹780 से शुरू

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