बनकर अल्फाज़ मेरे जज़्बात निकल आते हैं,,,वरना,,, मैं तो एक कोरा कागज हूं :💘
कोरा कागज में एक कोरा कागज किसी के आँगन का यूँ ही फेक दिया जाता हूँ सड़क पर सड़ने के लिए उड़ने के लिए उठा ले जाएगा बेच देगा किसी कबाड़ीय को अपना पेट भरने के लिए जो यूँ की डाल देगा सड़े गले ढेरो में बेच देगा किसी और बड़े कबाड़ीय को अपना पेट भरने के लिए जाने कब तक यूँ ही