दुनिया में माँ- बाप से बढ़कर कुछ नहीं हैं
माता-पिता ईश्वर का दिया एक ऐसा तोहफा हैं
जिनका किसी भी प्रकार से वर्णन नहीं किया जा सकता
माँ -बाप के बारे में लिखने और कहने के लिए शब्द कम
पड़ जाते हैं
ऐसा कोई कवि या लेखक नई होगा जिसने माँ बाप के
बारे में लिखा न हो
माँ -बाप के लिए जितना लिखो शब्द ही कम पड़ जाते है
हमे चलना सिखाया
हमे दुनियादारी भी सिखाई
जब भी कोई गलती हुवी हमसे गलती को सुधारने की
सलाह भी दी
उस आसमान ओर मंदिर वाले
भगवान को तो कभी देखा नई है
हा
जमीन में रहने वाले भगवान के चरण में जरूर रहता हूं
भगवान भी हर बार इस धरती पर माँ- बाप के प्रेम के
लिए बार बार मनुष्य अवतार धरते है