19 अप्रैल 2021
जीवन मे कोई शाम आखिरी नही होती,सोच आखरी होती हैं ।अपने सपनों को जिंदा रखो,क्योंकि सूरज फिर निकलता है,फिर उजाला होता है ।सोच को रख मजबूत अपनीउगते सूरज की लालिमा सेसुनहरा कल भी निकलता है ।-अश्विनी कुमार मिश्रा