अब इस शीर्षक को पढ़ कर आपके में में एक सवाल आ ही गया होगा कि हमारे अंदर एक योद्धा कैसे? अगर आपके में में ये सवाल आ रहा और इसका जवाब जानने के लिए आप इस किताब को आगे पढ़ रहे हैं तो निश्चित तौर पर आपके अंदर एक योद्धा हैं।क्योंकि हम में से कई लोग कई किताबे ले तो लेते हैं लेकिन उसे पढ़ने का समय नहीं निकाल पाते,समय का उचित प्रबंधन न कर पाने के कारण वो उस किताब को अलमारी की शान बना देते है लेकिन पढ़ नही पाते।जबकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो तमाम मुश्किलों के बाद भी अपनी पढ़ाई को जारी रखते हैं, अब आपके सामने दो प्रकार के लोग है एक वो जो खुद से ही हार जाते हैं और दूसरे वो जो हालातो को हरा देते हैं।
शायद आप सोच रहे हो कि मैंने विषय को मोड़ दिया लेकिन मेरा यकीन कीजिए मेरी ये बात आगे आने वाली बात से पूरी तरह जुड़ी हुई है, मैने कहा आपमे भी एक योद्धा है, जी हां अब उस योद्धा को पहचानिए,और अगर आप उदास है तो इस योद्धा से मिलकर खुश हो जाइए। दोस्तो हमारे जीवन में कई बार ऐसे हालात आते हैं जब हमे बहुत सोचना पड़ता है की कोई काम किया जाए या नही जैसे मैं एक युवा की बात बताऊं तो वो युवा एक बहुत ही गरीब परिवार से जुड़ा था,उसके पिता एक रिक्शा चालक थे,उसने अपने मन में फैसला लिया कि वो आईएएस अफसर बनेगा,जब ये बात उसके आस पास वालो को पता चली तो तो उन्होंने उसका मजाक बनाया यहां तक कि कई लोगो ने उसे अपने पिता का रिक्शा चलाने की सलाह दी और आईएएस का सपना भूल जाने को कहा लेकिन उस युवा ने लोगो की और अपने मन में आने वाली तमाम चिंताओं को यूपीएससी की तैयारी करू यू नही से निकल कर यूपीएससी की तैयारी की,और एक सफल आईएएस अफसर बन गया। इनका नाम है गोविंद जायसवाल जो आज न जाने कितने युवाओं की प्रेरणा हैं
दोस्तो ऐसे ही हमारे साथ भी होता है,जब हम अपने जीवन में आगे बढ़ते हैं कोई नया काम शुरू करते हैं तो हमारा मन ये काम शुरू करू यू एन करू,लोग क्या कहेंगे, अगर मैं असफल हो गया तो ... ऐसे तमाम सवालों से जूझता है, साथ ही हमारे कई ऐसे दोस्त और रिश्तेदार भी होते हैं जो हमे हतोत्साहित करने में और असफलता से डराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं लेकिन जब आप इस डर से बाहर निकलकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं तो आप बन जाते हैं एक योद्धा।
एक हास्यास्पद बात हैं लेकिन हमारे में को उत्साह से भर देगी ये बात,है हम में से कई लोग हैं जो सुबह बहुत जल्दी उठ जाते हैं लेकिन कई लोग नही उठ पाते,अगर आप भी सुबह जल्दी उठ जाते हैं पांच मिनट और सो ले का राग नही अलापते है तो सच में आप अपने मन को जीतने वाले योद्धा हैं और अगर आप अपनी नींद को जीत सकते हैं तो आप जीवन में बहुत आगे भी सकते है।