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अधूरे ख्वाब

14 सितम्बर 2021

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मौत को कई बार करीब से देखा है ।

अब मरने का भय नही मुझमें ।

बस कुछ ख्वाब अधूरे अधूरे से है ।

बस सांसे इतनी मिल जाये मुझे ।

पूरा कर संकू वो हर एक ख्वाब।

जो रह गए अधूरे अधूरे से ।।




 



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