shabd-logo

common.aboutWriter

जब भी मिलती है मुझे अजनबी लगाती क्यों है, ज़िन्दगी रोज़ नए रंग बदलती क्यों है.

no-certificate
common.noAwardFound

common.books_of

aapkaswagthai

aapkaswagthai

0 common.readCount
16 common.articles

निःशुल्क

निःशुल्क

common.kelekh

दोस्त

21 मार्च 2016
2
1

मै क्या अपनी वफ़ा साबित करू मेरे दोस्त तेरी बेवफाई के आगे, तूने तो मेरी मान को भी नहीं छोडा अपनी अभिमान के आगे

यादें बिस्मिल्लाह...........

19 मार्च 2016
4
0

बनारस की छोटी बहन ग़ाज़ीपुर की तरफ से संगेमील उस्ताद जी को उनके सौवे जन्मदिन के शुभ अवसर पर श्रद्धा सुमन

यादें बिस्मिल्लाह...........

19 मार्च 2016
1
0

बनारस की छोटी बहन ग़ाज़ीपुर की तरफ से संगेमील उस्ताद जी को उनके सौवे जन्मदिन के शुभ अवसर पर श्रद्धा सुमन

यादें बिस्मिल्लाह...........

19 मार्च 2016
1
0

बनारस की छोटी बहन ग़ाज़ीपुर की तरफ से संगेमील उस्ताद जी को उनके सौवे जन्मदिन के शुभ अवसर पर श्रद्धा सुमन

तिलकहरूंओं को गुड से पानी पिलाकर कहा नहीं लेंगे दहेज.....

13 मार्च 2016
2
1

अगर आप इस तरह का कदम उठा रहे है तो आपको सादर प्रणाम है आपके इस सोच का हम दिल से सम्मान करते हुए इस पोस्ट को साझा कर रहे है 

कचरा सरकार

26 फरवरी 2016
2
0

साले IBN7 वाले केजरी सरकार का प्रचार इतना गौरव के साथ कर रहे है जैसे इसने अपनी बेटी की शादी केजरी के लौंडे से कर दी हो.....बेशर्म.....!

आत्म संतुष्टि भी जरुरी है!

18 फरवरी 2016
1
0

ख्वाहिशें और माचिस मेरे जेबें में है, पूरी ना हुई तो जलना मुमकिन है . 

माँ शारदे को सादर प्रणाम!

13 फरवरी 2016
5
1

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृताया वीणावरदण्डमंडितकरा या श्वेतपद्मासना।या ब्रह्माच्युतशंकर प्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दितासा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥

माँ शारदे को सादर प्रणाम!

13 फरवरी 2016
1
0

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृताया वीणावरदण्डमंडितकरा या श्वेतपद्मासना।या ब्रह्माच्युतशंकर प्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दितासा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥

भारत के प्रत्येक नागरिक को ६७वी गणतंत्र दिवस की पावन बधाइयाँ जय हिन्द जय भारत जय भारतीय I

26 जनवरी 2016
5
0

भारत के प्रत्येक नागरिक को ६७थ वी गणतंत्र दिवस की पावन बधाइयाँ  

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए