अपना लहू बहा देंगे(कविता)"ये वतन"पुस्तक
वीर जवाँ हूँ इसी देश का इस देश को न झुकने देंगेंलेकर हाँथों में खड़ग ,सर काँटेंगे,कटवा भी लेंगेकट जाऐं सर फिर भी,आखिर तक लड़ते रहेंगे हम अपने वतन के खातिर,अपना लहू बहा देंगे|भारतवासी हैं हम सब जन,गैर गुलामी नहीं सहेंगे,बर्छी और भाले लेकर हम,बिना खड़ेदे नहीं रहेंगेगर नहीं खड़ेदे दुश्मन को,तो दुनिया व