अहोईअष्टमी व्रतआश्विन शुक्लपक्ष आरम्भ होते ही पर्वों की धूम आरम्भ हो जाती है | पहले शारदीय नवरात्र, बुराई और असत्य परअच्छाई तथा सत्य की विजय का प्रतीक पर्व विजया दशमी उसके बाद शरद पूर्णिमा औरआदिकवि वाल्मीकि की जयन्ती, फिर कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा सेकार्तिक स्नान आरम्भ हो जाता है | कल कार्तिक कृष्ण प्र
अहोईअष्टमी व्रतकलयानी 31 अक्टूबर को उत्तर भारत में महिलाएँ अहोई अष्टमी के व्रत का पालन करेंगी | अहोईअष्टमी व्रत का पालन मूलतः उत्तर भारत में ही किया जाता है | यह व्रत करवाचौथ केचार दिन बाद यानी कार्तिक कृष्ण अष्टमी को और दीपावली से आठ दिन पूर्व किया जाताहै | प्राय: अहोई अष्टमी उसी वार की होती है जिस
कृष्ण जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव है। सभी को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई | समय-प्रेरणात्मक विचारों का