shabd-logo

कविता के रूप में सारी बात।

9 जनवरी 2023

21 बार देखा गया 21
🌼सादर प्रणाम 🌼🙏
       आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।

       आज की सुबह भी बड़ी सुहानी हुई, प्यारी सी मुस्कान चेहरे की दीवानी हुई। सूरज की पहली किरण जब हम पर पड़ी, मैं उठी मुस्कुराई और छत की ओर चल पड़ी। जाने से पहले स्नान किया और थोड़ा सा खुद को सवार लिया। 
       छत पर ठंडी हवाओं का डेरा था, वो कह रही हो जैसे सर्दियों के जाने का सवेरा था। अब जल्द ही गर्मियां भी आने वाली हैं, ये सूरज की धूप हमें बताने वाली हैं। आज हमारी बगिया के सब फूल खिल गए हैं, आज गुलशन के गुल खिले हुए हैं। ज़रूर कहीं कोई बात हुई हैं, तभी तो इस चेहरे पर मुस्कुराहटों की बरसात हुई हैं। 
       देखकर गुलाब के फूलों को मैं उनसे पूछने लगी, कैसे मुस्कुरा रहे हो आज? कैसी ये धुन तुम्हें लगी। गुलाब भी शर्मा कर कहने लगा, इन हवाओं में बहते मुरारी हैं, इस सुगंध में वही गिरधारी हैं, जिन्हें तुम भी राधिका चाहते हो और सबसे ज्यादा अपना मानती हो। 
       उस गुलाब की ये बातें सुनकर, हम तो बड़े हैरान थे, देखो तो देखो क्या कह रहा हैं ये, हम तो बड़े परेशान हैं। उठकर वहां से दूर हुए, अपनी बातों में मशहूर हुए। गुलाब ने फिर आवाज दी, अरी सुनती जा एक बात भी। हमने कहा, जल्दी कहो, वक्त नहीं है हमारे पास। उसने कहा, बस रहने दो, तुमसे कोई काम की नहीं हैं आस‌। 
       हम गुस्से में उसे देखने लगे, वो गुस्से पर भी हंसने लगा। हम जाने को तैयार हुए, उसने फिर से हम को रोक लिया और फिर बड़े प्यार से कहने लगा, आज नहीं ले जाओगे हमें, अपने श्याम से मिलाने के लिए। अरी, उनकी चरण रज से ही तो मेरा जीवन धन्य हैं। हमने हंसकर उसको रख लिया, अपने ह्रदय के पास और फिर जाकर के रख दिया मनमोहन के चरण पास। 
       सुबह भी मोहन दीवानी हुई, मन से मन अनजानी हुई। कहीं नहीं लगता हैं ये मन, हर काम में होती रहती बिगड़न। सब नासमझ सी कह देते हैं, हम सबकी ही सह लेते हैं। कहते नहीं जवाब में कुछ, ना ही कभी जवाब देते हैं। 
       दिन तो यूं ही बीत गया, सांवरिया की बात में। हम कहां कुछ करते हैं, सब कुछ उसके हाथ में। वो करता रहता हैं, अपनी मर्जी से सारे काम। जब कोई हमसे पूछे कभी, मनमोहन हैं उनका नाम। 
       कुछ पलों का बखान करूं या सारे पल उनके नाम करूं। हर पल में वो रहता हैं, हर मन में वो बहता हैं। शाम को जब पुरवैया चलती, मन में कुछ हलचल सी करती। जैसे जैसे दिन ढलता हैं, वैसे वैसे रात भी बढ़ती। 
       अब आई हैं चांद की बारी, बातें करनी उससे सारी। वो संदेश हमारा ले जाता हैं, मन को राहत दे जाता हैं। बढ़ती जाएं रात ये काली, जल्द ही सुबह भी होने वाली। चांदनी रात में हम सो गए, पता नहीं मन में कितने सपने हो गए। नींद में हीं मुस्कुराया मन, शायद सपने में था मधुसूदन। यूं ही मुस्कुराते सो गए, हम श्याम के सपनों में खो गए।
       दिनचर्या को लयबद्ध, करने का किया प्रयास। आप सभी के मन भाएगा, हमारा हैं विश्वास। आज के लिए बस इतना ही, कल मिलते हैं लेकर नयी बात। आएंगे फिर बातें करने, लेकर नए जज़्बात।
       यूं हीं लेखन चलता रहें, आप सभी का हों साथ। चाहें प्रोत्साहन मिलें या मिलें, पर हमेशा चलतीं रहें ये बात।

                                                ✍️राधिका..🙏
                                             🌻वासुदेवाय नमः🌻


 Dr.Jyoti Maheshwari

Dr.Jyoti Maheshwari

बहुत अच्छा लिखा आपने। प्रस्तुतीकरण बहुत अच्छा है। शब्दों का चयन तालमेल सभी अच्छा है।

1 फरवरी 2023

दिव्यांशी त्रिगुणा "राधिका"

दिव्यांशी त्रिगुणा "राधिका"

12 फरवरी 2023

धन्यवाद आदरणीया 🌸🙏

rachna

rachna

Very nice 👌👌

12 जनवरी 2023

कविता रावत

कविता रावत

कविताई के अंदाज में मुरली मनोहर में डूबी मनभावन प्रस्तुति बहुत अच्छा लगा। कुछ पलों का बखान करूं या सारे पल उनके नाम करूं। हर पल में वो रहता हैं, हर मन में वो बहता हैं। शाम को जब पुरवैया चलती, मन में कुछ हलचल सी करती। जैसे जैसे दिन ढलता हैं, वैसे वैसे रात भी बढ़ती। अब आई हैं चांद की बारी, बातें करनी उससे सारी। वो संदेश हमारा ले जाता हैं, मन को राहत दे जाता हैं। बढ़ती जाएं रात ये काली, जल्द ही सुबह भी होने वाली। चांदनी रात में हम सो गए, पता नहीं मन में कितने सपने हो गए। नींद में हीं मुस्कुराया मन, शायद सपने में था मधुसूदन। यूं ही मुस्कुराते सो गए, हम श्याम के सपनों में खो गए। दिनचर्या को लयबद्ध, करने का किया प्रयास। आप सभी के मन भाएगा, हमारा हैं विश्वास। आज के लिए बस इतना ही, कल मिलते हैं लेकर नयी बात। आएंगे फिर बातें करने, लेकर नए जज़्बात।

10 जनवरी 2023

दिव्यांशी त्रिगुणा "राधिका"

दिव्यांशी त्रिगुणा "राधिका"

11 जनवरी 2023

🌸🌸आपकी सुन्दर समीक्षा के लिए हदय से बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार आदरणीय🌸🌸🙏

19
रचनाएँ
मेरे मन की दैनंदिनी…! (जनवरी-2023)
5.0
यह एक डायरी लेखन हैं। जिसमें आपको दिन प्रतिदिन की सकारात्मक और अच्छी बातें पढ़ने के लिए मिलेंगी। हम आशा करते हैं कि आपको हमारी लिखी बातें पसंद आएं। आप सभी से अनुरोध हैं कि इस पुस्तक के हर भाग को पढ़कर अपनी बहुमूल्य समीक्षा एवं सुझाव अवश्य दें।🙏🙏 🌻वासुदेवाय नमः🌻
1

नया साल, नयी बात।

5 जनवरी 2023
16
2
1

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।हेलो ज़िन्दगी! आज तू बड़ी प्यारी लग रहीं हैं मुझे। आज तुझ पर फिर से प्यार आया हैं। हमारी जिंदग

2

अच्छा दिन।

7 जनवरी 2023
5
2
1

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे। जिंदगी का हर दिन जीवन की नई बातें लेकर आता हैं और हर शाम कुछ लम्हे

3

जीवन की सच्चाई।

8 जनवरी 2023
3
2
3

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे। आज की डायरी में हम जीवन के कुछ कड़वे सच लिख रहें हैं, क्योंकि ज्या

4

नागरिकता (संशोधन) अधिनियम।

8 जनवरी 2023
3
2
1

नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019(Citizenship (Amendment) Act, 2019) भारत की संसद द्वारा पारित एक अधिनियम हैं। जिसके द्वारा सन 1955 का नागरिकता कानून को संशोधित करके यह व

5

कविता के रूप में सारी बात।

9 जनवरी 2023
5
4
5

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे। आज की सुबह भी बड़ी सुहानी हुई, प्यारी सी मुस्कान चेहरे की दीवानी हुई। सूरज की पहली किरण जब हम

6

मेरा प्यारा बचपन।

11 जनवरी 2023
1
2
1

प्यारी डायरी.. सखी, बचपन का समय तो सभी के लिए बेहद खास और महत्वपूर्ण होता हैं। क्योंकि ये बचपन हीं हैं, जिसमें सीखी हुई अच्छी बातें, हमारे द्वारा अपनाई हुई अच्छी आदतें हमें उ

7

राष्ट्रीय युवा दिवस।

12 जनवरी 2023
3
2
2

राष्ट्रीय युवा दिवस,, जो अपने आप में ही एक महत्वपूर्ण दिवस हैं। यह केवल इसलिए विशेष नहीं हैं कि इस दिन स्वामी विवेकानंद जी जैसे एक महान व्यक्तित्व का जन्म हुआ था, अपितु यह द

8

लोहड़ी का त्यौहार।

13 जनवरी 2023
3
3
1

लोहड़ी का त्यौहार पंजाबियों तथा हरियाणवी लोगो का प्रमुख त्यौहार माना जाता हैं। यह लोहड़ी का त्यौहार पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू काश्मीर और हिमांचल में धूम धाम तथा हर्षोल्ल

9

रविवार का दिन।

15 जनवरी 2023
2
2
0

सादर प्रणाम 🌼🙏 आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे। आज के दिन की शुरुआत भी हर दिन की तरह मंगलमय थी। आज भले ही रविवार हैं, लेकिन हम हर रोज की तरह ही

10

ये उम्मीद और आशा।

18 जनवरी 2023
2
2
0

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 हमारे जीवन की किताब में एक से एक स

11

किताब का वर्णन।

22 जनवरी 2023
2
2
0

सादर प्रणाम 🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 आज का दिन की शुरुआत भी प्रतिदिन की भांति बहुत अच्छी

12

बसंत पंचमी का पर्व।

26 जनवरी 2023
3
2
0

प्रणाम!🙏 आशा करते हैं कि आप सभी कुशल से होंगे और अपने जीवन के बसंती रंगों के साथ मुस्कुरा रहे होंगे। सबसे पहले तो आप सभी को बसंत पंचमी और 74व

13

सच्चा मीत।

26 जनवरी 2023
3
2
0

प्रणाम!🙏 कैसे हैं आप सब। आप सभी स्वस्थ रहें, खुश रहें और सकुशल अपना जीवन व्यतीत करें, ऐसी ईश्वर से हमारी प्रार्थना हैं। &

14

वास्तविक स्वरूप की बनावटी रचना।

28 जनवरी 2023
2
2
0

सादर प्रणाम 🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 कभी-कभी जीवन को यूं देखकर, मन में बहुत सवाल आते हैं। क्या

15

प्रकृति और मनुष्य।

28 जनवरी 2023
3
2
0

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 हमारे जीवन में ज्ञान और प्रेरणा हमें कहीं

16

जीवन की समस्याएं।

28 जनवरी 2023
2
2
0

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 इस जीवन की जो अनेक बातें हैं, जो कभी खत्म हीं नहीं होती

17

ख़ुशी का दिन।

28 जनवरी 2023
4
2
0

🌼सादर प्रणाम🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 आज की सुंदर बातों की शुरुआत हम पुराने कल से शुरू करते हैं। वैसे

18

जीवन लक्ष्य।

28 जनवरी 2023
4
2
0

🌼सादर प्रणाम 🌼🙏 🌺आशा करते हैं कि आप सभी सकुशल होंगे।🌺 आजकल हर दिन मौसम में कुछ बदलाव नजर आ रही हैं। कभी

19

असंभव से संभव की ओर।

8 फरवरी 2023
2
0
0

प्रणाम, कैसी हो, आशा करती हूं कि अच्छी होगी। सखी, जीवन में असंभव जैसा तो कुछ होता ही नहीं हैं। सब कुछ संभव हैं, यही जीवन का सार्थक अर्थ हैं। हमें कोई भी चीज असंभव तब लगत

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए