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बच्चे

11 मार्च 2022

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 खेल   रहे हैं उन्मुक्त और मगन     
 गरीबो के बच्चे   
                                             
 मिट्टी में साने  
 मस्त और चिंता मुक्त 
गरीबो के बच्चे  
                                              
बिखरे बाल मोटे कपड़े धारी 
 मस्कुराते और लहराते                                  
 गरीबो के बच्चे 

सरकारी स्कूल के 
हंसते और झगड़ते
गरीबो के बच्चे

और दूर से हैं देख रहे हैं 
अमीरो के बच्चे 

सुंदर वस्त्र धारी 
लेकिन घर में कैद 
अमीरो के बच्चे 

और सोच रहे हैं  
हमसे तो बेहतर हैं
 गरीबो के बच्चे 

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रचनाएँ
पंतावली - खंड 1
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यह पुस्तक मेरी कविताओं का संग्रह है। सभी पढ़ें और आनंद लें।
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बच्चे

11 मार्च 2022
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खेल रहे हैं उन्मुक्त और मगन गरीबो के बच्चे &nbsp

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अकेला

11 मार्च 2022
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आज मैं हूं खड़ा रणक्षेत्र मेंअकेला निसहाय:मुझे मेरा कृष्ण दिला दो मुझे मेरी जीत दीखा दोहैं सब ही कमजोर दिवारें खड़ा हूं जिन्के सहारेसारथी कृष्ण दिला दो मुझे एक दिशा दीख

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अकेला

11 मार्च 2022
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<div>आज मैं हूं </div><div>खड़ा रणक्षेत्र में</div><div>अकेला निसहाय:</div><div>मुझे मेरा कृष्ण दिला दो </div><div>मुझे मेरी जीत दीखा दो</div><div><br></div><div>हैं सब ही कमजोर

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अकेला

11 मार्च 2022
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<div>आज मैं हूं </div><div>खड़ा रणक्षेत्र में</div><div>अकेला निसहाय:</div><div>मुझे मेरा कृष्ण दिला दो </div><div>मुझे मेरी जीत दीखा दो</div><div><br></div><div>हैं सब ही कमजोर

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प्यासा कौआ

11 मार्च 2022
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शहर में कौआ प्यासा था और उसने अपने बड़ों से सुना था कि एक पेड़ के नीचे आपको पानी से भरा एक घड़ा मिलेगा इसलिए उसने उसे खोजना शुरू कर दिया। पहले तो उसे शहर में एक भी पेड़ नहीं मिला। अंत में उसे वह मिल ग

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