कानपुर : बीएड, बीपीएड, एमएड, एमपीएड व बीटीसी समेत अन्य शिक्षण प्रशिक्षण कोर्स की मान्यता पर नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने रोक लगा दी है। प्रदेश के शिक्षण प्रशिक्षण कालेजों में 50 फीसद से अधिक सीटें खाली हैं। कालेज प्रबंधन ने कई बार अपनी इस खराब हालत से राज्य सरकार को अवगत कराया था। राज्य सरकार ने एनसीटीई से इस कोर्स की सीटें सीमित करने के लिए कहा था। उसके बाद एनसीटीई ने यह निर्णय लिया है।1एनसीटीई के नए नियम के अनुसार सत्र 2018-19 से शिक्षण प्रशिक्षण कोर्स की मान्यता कालेजों को नहीं मिलेगी। मंदी के दौर से गुजर रहे कई कालेजों में बीजे चार वर्षो से सीटें नहीं भर पाई हैं। कई कालेज ऐसे थे जिनमें 90 फीसद तक सीटें खाली थीं। इस बार छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) से संबद्ध बीएड कालेजों में 60 फीसद कालेज ऐसे हैं जिनमें इस साल आधी सीटें भी नहीं भर पाई हैं।