भारतीय छात्र अपने देश की भाषा मे शिक्षा ग्रहण नही कर रहे है । हमारी यह मजबुरी है । विदेशी शिक्षा हमारे अभियांत्रिक महाविधालय में पढाई जाती उसमे से कितने हमारे काम की है ।हम बचपन मे अपनी भाषा पढते और लिखते है । जब हम महाविधालय मे जाते है तो हमे अंग्रेजी बोलना और लिखना पड़ता है । हम मनचाहा नौकरी नही मिलती क्योकि हम अंग्रेजी नही बोल सकते है जबकि जपान मे हर क्षेत्र की पढ़ाई जपानी मे होती है फिर हमारे देश मे क्यो नही हम अपनी सभ्याता,संस्कृति समाप्त कर रहे है ।