ज़माना कहता है तुम्हारे जाने के बाद मेरा फ़िज़िक्स बदल गया है दाढ़ी थोड़ी बढ़ी सी रहती है और बाल बेतरतीब से।
लेकिन ये उनकी गफ़लत है हक़ीक़त में मेरे शरीर की बायोलॉजी बदल गयी है।कोशिका के सेल वॉल पर तुम्हारी यादों की एक मोटी परत सी जम गयी है।जिस माइटोकोंड्रिया से एक वक़्त में ऊर्जा का प्रवाह हुआ करता था वो अब तुम्हारी धुँधली तस्वीरों को मेरे सामने रख देता है।वैक्यूल या रिक्तिका बिलकुल मेरे मन सी ख़ाली ख़ाली सी रहने लगी।न्यूकलीयस के क्रोमसोम में तुम्हारी मीठी मीठी बातें नूक्लीअर लैमिना में तुम्हारी खट्टीमीठी तकरार ही अपना आसन बनाए बैठे हुए हैं।राईबोसोम बिना मतलब के तुम्हारे पुराने मेसेज को पढ़ने पर मजबूर कर देता है जैसे ये किसी आर एन ए निर्माण करने के लिए ज़रूरी हो।लाईसोसोम पुरानी यादों को मिटा कर नया करने की बजाय पुरानी बातों को फिर दुहराने लगता है।
कुछ इसी तरह मेरे जिस्म की हर कोशिका अपना अपना काम छोड़ कर बस इन्ही कामो में लगी हुई हैं।और आइने व समाज की नज़र में मेरा फ़िज़िक्स बदल रहा हैं।