shabd-logo

कहानी

hindi articles, stories and books related to kahani


कागज की नाव  लेखक : प्रिन्स सिंहल  बरसात का मौसम यानी रिमझिम गिरता सावन और होने लगती है दिल में एक अजीब सी गुदगुदी। मिट्टी की सौंधी सौंधी सुगंध सांसो में महकने लगती है। और मन डूबने लगता है पुरानी

महात्मा गांधी, जिन्हें मोहनदास करमचंद गांधी के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था। उन्होंने लंदन से कानून की पढ़ाई की और वकील बने। गांधी जी का जीवन सत्य और अह

अब तक आपने पढ़ाअनुभव उसे शांत करने के लिए उसके बाल को सहलाने लगा । लेकिन फिर भी मानवी का डर और हाथ - पांव चलाना कम नहीं हुआ । अब आगेमानवी लगातार अपना हाथ - पाँव मार रही थी । अनुभव ने बहुत कोशिश क

   अब तक आपने पढ़ाकुछ देर बाद जब कॉफी बन गयी तो वो उसे लेकर हॉल में आ गया और मानवी के ठीक सामने बैठ गया  और धीरे - धीरे  कॉफी की शीप लेने लगा और मानवी के चेहरे को बड़े गौर से देखने

एक रहस्यमय समाज था, जो लोगों के बीच अज्ञात रहता था। इस समाज में केवल चुनिंदा लोग ही शामिल हो सकते थे, जो अपनी बुद्धि और विवेक से ज्ञानी और विचारशील थे। ये लोग एक-दूसरे से मिलते थे और विभिन्न विषयों पर

         एक दफा का जिक्र हैं । किसी दूर दराज के मूल्क में चिल जैसे काले बाल वाला एक बहुत ही खुबसुरत बादशाह रहता था । उस बादशाह के ईमानदारी और दौलत के वजह से उसे बहुत पसंद किया

एक बार की बात है, पहाड़ों में बसे एक सुदूर गाँव में, मेई नाम की एक युवती रहती थी। वह सुलेख में अपनी असाधारण प्रतिभा के लिए जानी जाती थीं और अक्सर कागज के एक टुकड़े पर अपने स्ट्रोक को पूरा करने में घंट

 अब तक आपने पढ़ाअनुभव ने तुरंत उनकी बात सुनकर कहां —  कोई नहीं आंटी । आप कल नहीं आना । जब वह ठीक हो जाए तभी आएगा | वैसे भी डैड कल आएंगे तो वो वहीं से  नाश्ता करके आएंगे और हम अपने 

अब तक आपने पढ़ावो अलबत्ता अनुभव के हाथों से आपना हाथ खिच ली और उसके तरफ एक नजर देख कर , उससे अपनी नजरे फेर ली और अपने आंखों को बंद करके , अपना सर दोनों से पकड़ कर बैठ गई ।    वो अभी भी

अब तक आपने पढ़ावो कोई चुहा नहीं है जो तुम मुझसे तब से घूरे जा रही हो , उसे अपना आहार  बनाने के लिए 😁 अनुभव ने गुलदस्ते के तरफ इशारा करके पूछा 😁 ।   अब आगे     &nbs

       अब तक आपने देखाप्राशांत की मॉम डाइनिंग टेबल पर सबको आने को कहा और साथ ही प्रतिक्षा से बोली की वो खुद जाकर प्रशांत को बुला लाये ।अब आगे          

अब तक आपने देखाअनुभव के आने का इंतजार करने लगी ,  क्योंकि मानवी को इतने बड़े घर में अकेले डर लग रहा था । अब आगे मानवी अनुभव के घर आने का इंतजार करने लगी । वो कभी घड़ी के तरफ देख रही थी

अब तक आपने देखामिस्टर सिकरवार के तरफ मुडी और बोली 😊  — अच्छा तो अब चलिए ... कहीं देर ना हो जाए । अगर मैं वहां लेट पहुंची तो मुझे मेरी सहेली से बहुत कुछ सुनने को मिलेगा । अब आगे मि

अब तक आपने देखाइसे देखकर तो लग रहा है जैसे कि आप दो - तीन महीने के लिए जा रही हो वहां । अब आगे          माधुरी जी हंसकर बोली - अरे बेटा ऐसी कोई बात नहीं है । मैं वहा

एक झूठा सच  'कहानी' एक बार एक जंगल में एक सेब के पेड़ के नीचे एक हिरण सो रहा था। अचानक उसका सिर गर्म होने लगा। उसके सिर में बहुत तेजी से दर्द होने लगा। लेकिन, उसे दर्द महसूस नहीं हो रहा था। उसके पश्चा

 अब तक आपने देखाअब मैं क्या करूं .... फिर अचानक उसके दिमाग में एक बात आई और वो मिस्टर सिकरवार के पास कॉल कर के अपनी बात कहीं । अब आगे              मान

अपने कस्बे में आषीश ने अच्छा नाम कमा लिया था। जिसका पषुओं का व्यापार इतना बढ़ चुका था, जिसे संभालने के लिए आषीश ने अनेकों लोग रखे हुए थे। एक आलीषान घर होने के साथ-साथ कई दुकानें, गाड़ियां और धन होने के

पिछले भाग में आपने पढ़ा वीणा अपनी बेटी को स्कूल लेने के लिए आई है और वहाँ वह अपने अतीत में खो जाती है इस स्कूल से उसकी बहुत सी यादें जुड़ी हुई थीं। बेटी को लेकर वह मार्केट जाती है।  वे दोनों खाना

समाज में गुम हो चुकी संवेदनशीलता को जगाने का प्रयास करती एक कहानी है, जीवन सारथि! एकसाथ कईं सामाजिक मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करती,स्त्री सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत करती, 'भिखारी' कह कर समाज से अलग क

किताब पढ़िए