कल कोल् इंडिया लिमिटेड का १०% शेयर बेचा जा रहा है. हमारे लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ इससे बहुत बड़े उप्लब्दी बता रहा है. मगर मुझे ये समझ मै ये नहीं पता चल रहा है की कोल् इंडिया लिमिटेड एक फायदे की कंपनी है इससे क्या बेचना सही है.ये कोण सा व्यापर है जो की अपने फायदे की कंपनी को बेच दे इससे तो एक बार मै बहुत से (२२६०० करोड़ ) रुपये तो आ जायेंगे मगर जो फायदा हर बर्ष आता था वो तो नही आ पायेगा. इससे से घाटा किसका है हमारे सरकार को ही ना. ये कैसा नीति है जो की सिर्फ आज का ही सोचता है.इस पैसे से तो अभी कुछ कर ले मगर इससे जो फायदा आता था वो तो नही आ पायेगा.मान लिया की सरकार के पास पैसा नही है तो इसके लिए वो अपना बहुत सारे घाटे का कंपनी को बेच सकता है.एक फायदे की कंपनी के शेयर को बेचना कहा तक उचित है. मुझे तो समझ नही आया कोई भी ब्यापारी अपने फायदे की कंपनी का शेयर कैसे बैच सकता है.