उपाचार्य ,दर्शन विभाग , हे. न .ब. गढ़वाल विश्वविद्यालय ,श्रीनगर , गढ़वाल उत्तराखण्ड ,उपाचार्य ,दर्शन विभाग , हे. न .ब. गढ़वाल विश्वविद्यालय ,श्रीनगर , गढ़वाल उत्तराखण्ड
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सफलता और ख़ुशी मानव जीवन के दो ऐसे सकारात्मक आयाम हैं, जिनके लिये वह जीवनपर्यन्त प्रयासरत रहता है I हर छोटी-बड़ी सफलता पर खुश होना जितनी सहज प्रवृत्ति है, उतना ही स्वाभाविक है एक सफलता के पश्चात् किसी अन्य उद्देश्य की ओर उन्मुख हो जाना I बदलते लक्ष्य के साथ प्राप्त सफलता की ख़ुशी का महत्व कमतर होने लग