कृष्ण बिहारीलाल खुद को एक फिल्म कम्पनी का पी आर ओ बताता था जिसका कि काम था अलग शहरों में जाकर कांटेस्ट के जरिये फिल्मों के लिये हीरोइन तलाश करना । नामी-गिरामी अभिनेताओं के साथ काम दिलाने का झांसा देकर यूं वो कई लड़कियों को ठग चुका था, खराब कर चुका था । और फिर जब एक दिन उसके बाथरूम में से उसकी लाश बरामद हुई तो जैसे किसी को कोई आश्चर्य न हुआ ।
लेखक - Surender Mohan Pathak