स्वदेशी अर्थचेतना की संवाहक डॉ. कुसुमलता केडिया का जन्म दो जुलाई, 1954 को पडरौना (उ.प्र.) में हुआ। इनके पिता श्री राधेश्याम जी संघ के स्वयंसेवक थे। उन्होंने नानाजी देशमुख के साथ गोरखपुर में पहले ‘सरस्वती शिशु मंदिर’ की स्थापना में सहयोग किया था। द्वि