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खो गया है जो मै उसकी तलाश मे हू अगर मगर के सफर मे हू काश होगा वक्त कभी मेरा उस वक्त की आश मे हू खुद को पाने की राहों पर हू इस अनजाने सफर मे हू 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-01-03

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नारी जीवन

नारी जीवन

नमस्कार 🙏🙏🙏 मेरे प्रिय पाठकों मैं अपनी पहली रचना नारी जीवन लिखने जा रहीं हू.... इसमे नारी के कितने जीवन एक ही जिंदगी मे जीने मिलते है ये भी दिखाना चाहूँगी... तो चलिए चलते है अपने सफ़र पर हमने अक्सर ये देखा है कि सभी की जिंदगी मे जीवन हर मोड़ प

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नारी जीवन

नारी जीवन

नमस्कार 🙏🙏🙏 मेरे प्रिय पाठकों मैं अपनी पहली रचना नारी जीवन लिखने जा रहीं हू.... इसमे नारी के कितने जीवन एक ही जिंदगी मे जीने मिलते है ये भी दिखाना चाहूँगी... तो चलिए चलते है अपने सफ़र पर हमने अक्सर ये देखा है कि सभी की जिंदगी मे जीवन हर मोड़ प

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क्या देखूं

20 मई 2022
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अब इससे बुरा क्या देखू मैंखुद को सब कुछ खोते देखा है मैंनेअब इससे ज्यादा क्या समझूं मैंखुद को समझाने में जमाना बदलते देखा मैने

फिक्र

19 मई 2022
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फिक्र जिनकी सुबह शाम थीउनका भी दिल दुखा दिया llइन मुहब्बत के एहसासों नेहर रिश्ता उलझा दीया llचाहते तो थे सभी को खुश रखनापर सच पूछो तो उनको रुला दीया llकैसे बताए कितना चाहते थे हमउन्होंने ने तो हमे बेव

खुद ही उड़ते जाते

18 मई 2022
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अगर शब्दो के पंख होतेजरूरत ही ना होती किसी सी कुछ कह पाने कीखुद ही उड़ते जाते येपहुंच जाते जरूरत बातो पे जिन्हें होती जितनी जरूरत इनकी llउसकी उतनी बात होती ll कितनी सुहानी सी रात होतीकि

, फिर से वो मिट्टी की खुश्बू चाहता हूं

9 फरवरी 2022
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मै फिर से अब वो बचपन वाली छुट्टी चाहता हूं ll बरसात में आने वाली मिट्टी की वो खुशबू को फिर से एक बार महसूस करना चाहता हूं ll मैं फिर से एक बार वो बचपन वाली सी सुलह चाहता हूं ll दो उंगलियों के मिलाने भ

मुझे गलत खुद को सही कहने वाले

8 फरवरी 2022
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वो मुझे गलत और खुद को सही कहने वाला हम फिर भी उसे प्यार करते है ll उसे नही दिखाई देती अब तकलीफ हमारी हम फिर भी उसके सामने हस्ते है ll वो चला जाता है बार बार किसी और ही रास्ते अपनी मोहब्बत को साबित

थाम लो या त्याग दो

12 जनवरी 2022
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तुम प्रेम हो जो अगर तो थाम लो उस तरह जैसे हर दफा भीड़ में मां मेरा हाथ थाम लेती है ll तुम विरह हो जो अगर तो त्याग दो कुछ इस तरह जैसे बाबा अपने खुयाबो को अपनो की खुशी के लिए त्याग देते है ll

Hindi humari

10 जनवरी 2022
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हमारी वर्तनी हिन्दी हिन्दी हमारी व्याकरण ll हमारी संस्कृति हिन्दी हिन्दी हमारा आचरण ll हमारा ज्ञान हिन्दी हिन्दी हमारी वेदना ll हमारी चेतना हिन्दी ll हिन्दी हमारी आत्मा ll हमारी भावना हिन्दी हिन्द

मेहनत के आगे

8 जनवरी 2022
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मत बैठ नसीब के भरोसे तू मेहनत के आगे सर झुका ले ll कितनी भी हो समस्या जिन्दगी में खुद को ही समाधान बना ले ll ना दे वक्त जो वक्त तुझे तो अपना वक्त तू खुद बना ले ll रोके जो तूफान तुझे तो दिल को तू चट्टा

मुश्किल सफर था

7 जनवरी 2022
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हर दफ़ा हर सीढ़ी पर मैं डरता सा चल रहा था ll चलते चलते थक हांफ कर फिर गिर रहा था ll मुश्क़िल था जीना यूं खुद से ही लड़ कर जिन्दगी ll फिर भी ना जाने किस उमिंद में जी रहा था ll एक ही सवाल मेरे जहन मे अब

क्यों

3 जनवरी 2022
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<div align="left"><p dir="ltr">खुद की निकल तलाश में तू<br> गेरो से इतना हताश क्यों है ll<br> बिछाए है कांटे राहों में <br> छीना नही सफर <br> तू इतना निराश क्यों है ll<br> अस्त हुआ है सूरज अभी बस<br> द

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