मै फिर से अब वो बचपन वाली छुट्टी चाहता हूं ll
बरसात में आने वाली मिट्टी की वो खुशबू को
फिर से एक बार महसूस करना चाहता हूं ll
मैं फिर से एक बार वो बचपन वाली सी सुलह चाहता हूं ll
दो उंगलियों के मिलाने भर से मिल जानें वाले दो यार
फिर से मैं वही यारो की कट्टी चाहता हूं ll