मत बैठ नसीब के भरोसे तू
मेहनत के आगे सर झुका ले ll
कितनी भी हो समस्या जिन्दगी में
खुद को ही समाधान बना ले ll
ना दे वक्त जो वक्त तुझे तो
अपना वक्त तू खुद बना ले ll
रोके जो तूफान तुझे तो
दिल को तू चट्टान बना ले ll
रोके कितने भी दुश्मन तुझे तो
हिम्मत को अपनी तूफान बना ले ll
कहे दुनिया चाहे पागल तुझे तो
फिर सबको तू अपनी हिम्मत दिखा दे ll
कभी हौसले कम पड़ जाए तो
फिर खुद में सूरज सा जोश जगा ले ll
इतनी रख जिद होशलो में
चांद तारों को अपना बना ले ll
रख छूने का जुनून आसमा
फिर जो पाना है सब तू पा ले ll
मत सुन दिमाग की तू दिल की सुन
फिर अपने रास्ते तू स्वय बना ले ll
मत कर परवाह कांटो कि
मंजिल की तरफ कदम बड़ा ले ll
जो वक्त ना कभी वक्त तुझे तो
फिर तू अपना वक्त स्वय बना ले ll
मत कर इन्तजार किसी का तू
खुद अपनी पहचान बना ले ll