फैज़ अहमद फैज़ (Faiz Ahmed Faiz) की शायरी ने उन्हें हमेशा के लिए अमर कर दिया | आज उनकी मौत को तीन दशक से अधिक हो चुका है पर लोगों के दिल में वो आज भी ज़िन्दा है | "बोल, कि लब आजाद हैं तेरे बोल, जबां अब तक है तेरी" - फैज़ के कलम से निकली ऐसी ना जाने कितनी ही शायरी लोगों को जीवन जीना सिखा रही है | आज हम आपके लिए लेके आये है 15 Best soulful Shayri of Faiz Ahmed Faiz in Hindi जो आपके दिल की गहराई में उतर जाएगी |उससे पहले उनके बारे कुछ बातें जान लेते हैं -
फैज़ अहमद फैज़ के बारे में कुछ खास बातें -
1. फैज़ अहमद फैज़ का जन्म 13 फरबरी 1911 में पंजाब के सियालकोट जिले में हुआ था ,जो अभी पाकिस्तान में है |
2. फैज़ ब्रिटिश भारतीय सेना में भर्ती हुए थे लेकिन विभाजन के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया और लाहौर वापस आ गए |
3. फैज़ अहमद फैज़ शायर ,पत्रकार और वकील थे |
4. फैज़ अहमद फैज़ का नाम दुनिया के महानतम शायरों में गिना जाता है |
5. फैज़ अहमद फैज़ बेहद क्रन्तिकारी थे , इसी वजह से उन्हें लम्बा समय जेल में गुज़ारना पड़ा था |
6 . फैज़ अहमद ने आधुनिक उर्दू शायरी को एक नयी पहचान और ऊंचाई दी |
7. फैज़ अहमद फैज़ को 1963 में लेनिन शांति पुरस्कार मिला था |
1.
दिल नाउम्मीद तो नहीं, नाकाम ही तो है
लंबी है गम की शाम, मगर शाम ही तो है।
2.
दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के
वो जा रहा है कोई शब-ए-ग़म गुज़ार के।
3.
सब क़त्ल हो के तेरे मुक़ाबिल से आए हैं
हम लोग सुर्ख़-रू हैं कि मंज़िल से आए हैं।
4.
जो गुज़र गई हैं रातें, उन्हें फिर जगा के लाएं
जो बिसर गई हैं बातें, उन्हें याद में बुलाएं
चलो फिर से दिल लगाएं, चलो फिर से मुस्कराएं।
5.
उठकर तो आ गये हैं तेरी बज्म* से मगर
कुछ दिल ही जानता है कि किस दिल से आये हैं।
6.
तुम्हारी याद के जब जख्म भरने लगते है
किसी बहाने तुमको याद करने लगते हैं।
7.
यह बाजी इश्क की बाजी है जो चाहे लगा दो डर कैसा
गर जीत गये तो कहना क्या, हारे भी तो बाजी मात नही।
8.
अदा-ए-हुस्न की मासूमियत को कम कर दे
गुनाहगार-ए-नज़र को हिजाब आता है।
9.
उठ कर तो आ गए हैं तिरी बज़्म से मगर
कुछ दिल ही जानता है कि किस दिल से आए हैं।
10.
और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा
राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा।
11.
न गुल खिले हैं न उन से मिले न मय पी है
अजीब रंग में अब के बहार गुज़री है।
12.
यूँ सजा चाँद कि झलका तिरे अंदाज़ का रंग
यूँ फ़ज़ा महकी कि बदला मिरे हमराज़ का रंग।
13.
दोनों जहां तेरी मुहब्बत में हार के
वो जा रहा है कोई शब -ऐ -ग़म गुज़ार के।
14.
आज फिर याद बहुत आया वो
आज फिर उस को दुआ दी हम ने
कोई तो बात है उस मैं फ़राज़
हर ख़ुशी जिस पे लूटा दी हम ने।
15.
बात बस से निकल चली है
दिल की हालत संभल चली है
अब जुनूं हद से बढ़ चला है
अब तबीयत बहल चली है ।
फैज़ अहमद फैज़ two line shayari के साथ -साथ बहुत से खूबसूरत गीत लिखे हैं जो सदा के लिए अमर हो चुके हैं ,और हर इंसान की जुबान और सोच का हिस्सा हैं - फ़राज़ के कुछ गाने जो सदाबहार हैं -
1. मुझसे पहली सी मोहब्बत मेरे मेहबूब न मांग |
2. अब कहाँ रस्म घर लुटाने की |
3. रक़ीब से |
4. तेरी उम्मीद तेरा इंतज़ार जबसे है |
5. तन्हाई |
ये सभी गाने आज भी जिन्दा है ,और सदा -सदा के लिए अमर हो चुके हैं | जब-जब शायरी ,गीत की बात होगी तब-तब फैज़ अहमद फैज़ को याद किया जायेगा , चाहे मोहब्बत की बात हो , गरीबी ,देश या समाज की , हर छेत्र में फ़राज़ के लेखन को याद किया जायेगा |
फैज़ अहमद फैज़ की दिल-छूती 15 शायरियां - 15 Best soulful Shayri of Faiz Ahmed Faiz in Hindi अगर आपके दिल की गहराई में उतर गई हो तो आप कमेंट कर हमें बता सकते है |