20 नवम्बर 2018
फैज़ अहमद फैज़ (Faiz Ahmed Faiz) की शायरी ने उन्हें हमेशा के लिए अमर कर दिया | आज उनकी मौत को तीन दशक से अधिक हो चुका है पर लोगों के दिल में वो आज भी ज़िन्दा है | "बोल, कि ल