shabd-logo

गरीब-अमीर का भेद

hindi articles, stories and books related to garib-amir-ka-bhed


धनवान को काँटा चुभने की खबर सारे शहर में फैलती है।  निर्धन को साँप भी काटे तो भी कोई खबर नहीं बनती है।।   गरीब की जवानी और पौष की चांदनी बेकार जाती है।  आसमान से बला उतरी तो वह गरीब का घर पूछती  ह

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए