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ग़ज़ल

22 सितम्बर 2022

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धंधे में बरकत होती है

जब सच्ची नीयत होती है।।


कितना भी समझा लो मन को,

चंचल ही हरकत होती है।।


रूठ न जाये कोई मुझसे,

बस इतनी चाहत होती है।।


अगर मगर करने वालों की,

कभी नहीं इज्जत होती है।।


शेर नहीं बन पाता है जब,

तब दिल में उजरत होती है।।


साफ़ पाक मन रखने वाले,

की ही बस कीमत होती है।।

Mayank Dwivedi

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