राइटर
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कितनी प्यारी है मधुशालापढ़ने वाला हो मतवाला।।पढ़कर थकान मिट जाती है,लाखों लोगों को भाती है।।mayank
आइना आइना नहीं होता,सच अगर बोलता नहीं होता।।mayank
धंधे में बरकत होती है जब सच्ची नीयत होती है।। कितना भी समझा लो मन को, चंचल ही हरकत होती है।। रूठ न जाये कोई मुझसे, बस इतनी चाहत होती है।। अगर मगर करने वालों की, कभी नहीं इज्जत होती है।। शेर नहीं ब